जमशेदपुर: झारखंड में अल्पसंख्यक यूनिवर्सिटी बनाये जाने के लिए मदरसा फैजूल उलूम ने तालिमी बेदारी कांफ्रेंस के बैनर तले मुहिम शुरू कर दी है. जमशेदपुर से रांची के बीच एनएच के पास 500 एकड़ जमीन की मांग सरकार से की गयी है. यूनिवर्सिटी का नाम अल्लामा कादरी माइनोरिटी यूनिवर्सिटी रखने का फैसला लिया गया है.
नवंबर में गोपाल मैदान में सुबाई तालिमी कांफ्रेंस का आयोजन होगा इसमें कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी, झारखंड के राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, रतन टाटा, सांसद अजहरुद्दीन, लालू प्रसाद यादव, रामविलास पासवान के अलावा अल्पसंख्यकों के मामले में समर्थन करनेवाले राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया जायेगा.
उक्त जानकारी मदरसा फैजूल उलूम के अध्यक्ष डॉ गुलाम जरकानी ने रविवार को धातकीडीह मदरसा में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने बताया कि रविवार को पूरे प्रदेश के विभिन्न संगठनों के प्रमुख लोगों की एक बैठक धातकीडीह में हुई इसमें सर्वसम्मति से इस मुहिम को तेज करने का समर्थन किया.
बैठक में मौजूद लोगों ने तालिमी बेदारी कांफ्रेंस का चेयरमैन डॉ जरकानी और उपचेयरमैन मौलाना खुश्तर नुरानी को नियुक्त किया है.
डॉ जरकानी ने कहा कि पूरे राज्य में मुसलनमानों का कोई भी मेडिकल-इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं है, पूरे राज्य में केवल दो ही डिग्री कॉलेज हैं. यही स्थिति स्कूली सतह पर भी है. उनके द्वारा बनायी जानेवाली यूनिवर्सिटी में भारतीय संस्कृति-तहजीब का विशेष ख्याल रखा जायेगा.