जमशेदपुर: किडनी का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, किडनी ब्लॉकेज समेत अन्य जटिल ऑपरेशन में रोबेटिक सजर्री काफी कारगर साबित हो रही है. इस नयी तकनीक से बगैर किडनी निकाले कैंसर को निकाल लिया जाता है. रोबोटिक सजर्री से गॉल ब्लाडर की पथरी भी निकाली जा रही है.
उक्त बातें टाटा मेन अस्पताल की ओर से अस्पताल परिसर में आयोजित प्रोस्टेट कैंसर सजर्री पर सेमिनार में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के रोबोटिक सजर्न व यूरोऑनकोलॉजिस्ट डॉ टीबी युवराज ने कही. उन्होंने कहा कि रोबेटिक तकनीक से ऑपरेशन कराने के बाद मरीज दो से तीन दिनों के अंदर अपने घर चला जाता है और एक सप्ताह के अंदर काम पर लौट जाता है. इस तकनीक से ऑपरेशन कराने में खर्च कुछ ज्यादा होता है. सेमिनार में टीएमएच सहित अन्य जगहों से कुल 30 डॉक्टरों ने भाग लिया.
पहले होती थी ओपेन सजर्री
वक्त के साथ मेडिकल के क्षेत्र में परिवर्तन हो रहे हैं. पहले ओपेन सजर्री की जाती थी, इसके बाद लेपरोस्कोपिक, एंडोस्कोपिक और अब रोबोटिक सजर्री तेजी से लोकप्रिय हो रही है. इससे समय की बचत, दर्द कम होता है.