जमशेदपुर: जिस उद्देश्य से भारत को आजाद कराया गया क्या उससे यह भटक गया है. क्या भारत की जो वर्तमान स्थिति है उससे बेहतर होगा कि यहां फिर से ब्रिटिश रूल हो जाये. ऐसे सवाल बच्चों के लिए आयोजित भाषण प्रतियोगिता में उभर कर आये जिसका जवाब बच्चों ने अपने स्तर से दिया. उक्त प्रतियोगिता जमशेदपुर पब्लिक स्कूल में आयोजित रायला कैंप के समापन के अवसर पर आयोजित हुई. इसके अलावा स्कूली बच्चों ने कई अन्य गंभीर मुद्दों पर भी अपनी बेबाक राय दी.
रिसोर्स पर्सन के रूप में मौजूद नंदिता सिन्हा ने बच्चों को स्ट्रेस मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाया. समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल मैनेजिंग कमेटी की चेयरपर्सन सुरेखा नेरूरकर उपस्थित थीं. उन्होंने कहा कि इस तरह के कैंप के जरिये बच्चों में लीडरशिप क्वालिटी विकसित होती है.
कैंप के दौरान बच्चों को अलग-अलग ग्रुपों में बांटा गया था. सभी ग्रुप का नाम किसी ना किसी माउंटेन के नाम पर रखा गया था. एंकागुआ ग्रुप की टीम 61 प्वाइंट के साथ पहले स्थान पर, दूसरे स्थान पर कंचनजंघा (60 अंक) तीसरे स्थान पर (58 अंक) कौसिस्को तथा ब्लैंक, एवरेस्ट और किलीमंजारो संयुक्त रूप से 52 प्वाइंट के साथ चौथे स्थान पर रही.