जमशेदपुर: पांच दशक पूर्व जुगसलाई में एक मसजिद स्थापित हुई थी जिसका नाम नयी मसजिद रखा गया. 60 के दशक में उसके सेहन और नमाजगाह में मकराना के पत्थर से जीर्णाेद्धार कराया गया. बाद में मसजिद की दूसरी मंजिल की ढलाई करायी गयी.
स्थानीय मसजिद प्रबंधन कमेटी ने नयी मसजिद का नाम कादरी मसजिद रखा. यह मसजिद गौरी शंकर रोड और पुरानी बस्ती रोड को जोड़ने वाली घनी आबादी वाले क्षेत्र में है. मसजिद जाने वाला 200 मीटर तक का रास्ता संकरी गली से होकर गुजरता है.
मसजिद के वजू खाना के जीर्णाेद्धार की योजना है. यहां शुद्ध व शीतल जल की भी अच्छी व्यवस्था है. इसी मसजिद के इमाम ईदगाह के इमाम ए इदैन हैं (ईद और बकरीद की नमाज अदायगी की जिम्मेदारी निभाने वाला). इस मसजिद को एसी करने की तैयारी चल रही है. कादरी मसजिद के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद इशहाक ने बताया कि दूसरे तल्ले की तामीर का काम जारी है. गत माह 2200 वर्ग क्षेत्र में ढलाई की गयी है. नये वजू खाने की तामीर का मास्टर प्लान विचाराधीन है. यहां प्रति दिन पंचगाना नामाजियों की संख्या में वृद्घि हो रही है. एक वर्ष के भीतर मसजिद भवन के जीर्णाेद्धार का काम पूरा कर लेने का लक्ष्य है.