जमशेदपुर : एनआरएचएम के तत्वावधान में एमजीएम के सेमिनार हॉल में डॉक्टरों को आइसीडी कोडिंग सिस्टम का प्रशिक्षण दिया गया. इसमें रांची के शुभम सिंह और दिल्ली के प्रतिनिधि शामिल हुए. सेमिनार में बताया गया कि एमजीएम अस्पताल में आने वाले मरीजों के बीएचटी में अब डॉक्टरों की ओर से बीमारियों की कोडिंग की जायेगी.
नई दिल्ली से प्रशिक्षण प्राप्त कर आये एमजीएम कॉलेज के पीएसएम विभाग के सहायक प्राध्यापक रणधीर कुमार ने बताया कि आइसीडी कोडिंग सिस्टम के तहत प्रत्येक बीमारी का एक कोड निर्धारित किया गया है. इसका विस्तृत डाटा इंटरनेट पर उपलब्ध है. डॉक्टरों को केवल मरीजों के बीएचटी पर बीमारी का कोड अंकित करना होगा.
इस कोडिंग सिस्टम से क्लिक में बीमारी के क्षेत्रवार प्रिविलांस (प्रसार), मोर्बेडिटी (बीमारी के कारण प्रभाव या दिव्यांगता) और मोर्टेलिटी (मृत्यु दर) का आंकड़ा मिल सकेगा. इसके आधार पर सरकार बीमारी की रोकथाम के लिए योजना तैयार करेगी. इसके लिए अस्पताल में सीडी-10 सॉफ्टवेयर लांच किया जायेगा. इसमें बीएचटी पर बीमारी कोड का भी ऑप्शन होगा. अस्पताल में सीडी-10 के लिए पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है. प्रशिक्षण के मौके पर एमजीएम कॉलेज प्राचार्य, अस्पताल अधीक्षक, उपाधीक्षक व विभिन्न विभागाध्यक्ष, डॉक्टर आदि मौजूद रहे.