जमशेदपुर. मानगो पुराना पुरुलिया रोड प्रोफेसर कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त प्रोफेसर नरेश कुमार सिन्हा के घर से शुक्रवार को एक साथ मां (मीरा सिन्हा) अौर बेटे (हर्ष सिन्हा) की शव यात्रा निकाली. भुइयांडीह स्थित बर्निंग घाट में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया. पत्नी व बेटे की मौत ने पहले से बीमार प्रोफेसर सिन्हा को तोड़ […]
जमशेदपुर. मानगो पुराना पुरुलिया रोड प्रोफेसर कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त प्रोफेसर नरेश कुमार सिन्हा के घर से शुक्रवार को एक साथ मां (मीरा सिन्हा) अौर बेटे (हर्ष सिन्हा) की शव यात्रा निकाली. भुइयांडीह स्थित बर्निंग घाट में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया. पत्नी व बेटे की मौत ने पहले से बीमार प्रोफेसर सिन्हा को तोड़ कर रख दिया है. अचानक इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
प्रो सिन्हा की पत्नी मीरा सिन्हा का 27 सितंबर को देहांत हो गया था. 28 सितंबर को अंतिम संस्कार करने के लिए शव को टीएमएच के शीतगृह में रखा गया था. 28 के भोर में लगभग तीन बजे से उनका पुत्र हर्ष सिन्हा (26) गायब था. खोजबीन के दौरान शंकोसाई रामनगर में नदी किनारे हर्ष की लाश पायी गयी.
जानकारी के मुताबिक हर्ष इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर चुका था अौर अक्तूबर में नौकरी ज्वाइन करने वाला था. छानबीन में यह बात सामने आयी कि मां के निधन का सदमा हर्ष बर्दाश्त नहीं कर सका था अौर उसने नदी में कूद कर जान दे दी.