जमशेदपुर: टाटा स्टील ने पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 2013-14 में करीब 12 फीसदी अधिक प्रोडक्शन किया है. उक्त जानकारी टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन और ग्रुप सीएफओ कौशिक चटर्जी ने रूसी मोदी सेंटर फॉर एक्सीलेंस में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी.
उन्होंने बताया कि चाहे हॉट मेटल हो या क्रूड स्टील या फिर सेलेबल स्टील, हर क्षत्र में कंपनी ने ग्रोथ दर्ज की है. वित्तीय परिणाम के बारे में एमडी व ग्रुप सीएफओ ने बताया कि अगले माह तक परिणाम सामने आ जायेगा, जिसके बाद कितना मुनाफा हो पाया, इसकी जानकारी दी जा सकती है.
ओड़िशा प्रोजेक्ट प्राथमिकता : एमडी
टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि ओड़िशा प्रोजेक्ट हमारी पहली प्राथमिकता है. इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है. 2015-16 तक वहां प्रोडक्शन शुरू भी हो जायेगा. उन्होंने बताया कि झारखंड के टेंटोपोशी प्रोजेक्ट पर अभी काम शुरू नहीं हुआ है. ओड़िशा प्रोजेक्ट के धरातल पर आने के बाद यहां का काम तेज करेंगे.
प्रोडक्शन के मुख्य बिदु
वेस्ट बोकारो में 25.7 लाख टन साफ कोयला का प्रोडक्शन 15.5 फीसदी ऐश के साथ किया गया जबकि पहले इसका प्रोडक्शन 23.37 लाख टन 14.37 फीसदी ऐश के साथ था
झरिया में बीते पांच साल में 10.80 लाख टन कोयला का प्रोडक्शन हुआ
ओएमक्यू में आयरन ओर प्रोडक्शन व डिस्पैच 17.3 मिलियन टन हुआ, जो बीते वर्ष 15 मिलियन टन था
ब्लास्ट फर्नेस में हॉट मेटल प्रोडक्शन 9.89 मिलियन टन हुआ, जो बीते वर्ष 8.85 मिलियन टन था
कोक मेकिंग में हॉट मेटल कोक के जरिये कोक का उत्पादन 15.998 लाख टन हुआ, जो पहले 15.997 लाख टन था
सिंटर प्लांट में सॉलिड वेस्ट कंजप्शन 131 किलोग्राम टन हुआ, जो पिछले साल 107 किलोग्राम टन था
एलडी वन में अब तक का 3.04 लाख टन का बिलेट प्रोडक्शन हुआ, जो पिछले साल 2.93 लाख टन था
एलडी 3 व टीएससीआर के एचआर कोयले का 2.18 मिलियन टन हुआ, जो पिछले साल 0.99 मिलियन टन था
पर्यावरण की दिशा में स्टेक एमिसन इस बार 936 किलोग्राम प्रति घंटा हुआ, जो पिछले साल 1142 किलोग्राम प्रति घंटा हुआ करता था.