घाटशिला. विधायक निधि के 49.70 लाख रुपये किये जायेंगे खर्च
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25 स्कूलों की लाइब्रेरी होगी दुरुस्त
घाटशिला. विधायक निधि के 49.70 लाख रुपये किये जायेंगे खर्च जमशेदपुर : विधायक लक्ष्मण टुडू की विधायक निधि के 49.70 लाख रुपये से घाटशिला विधानसभा क्षेत्र की 25 हाई स्कूल अौर कस्तूरबा विद्यालयों की लाइब्रेरी दुरुस्त की जायेगे. राशि से 774 तरह की ज्ञानबर्द्धक किताबें खरीदी जायेगी. जिला कल्याण पदाधिकारी सह आइटीडीए के परियोजना पदाधिकारी […]
जमशेदपुर : विधायक लक्ष्मण टुडू की विधायक निधि के 49.70 लाख रुपये से घाटशिला विधानसभा क्षेत्र की 25 हाई स्कूल अौर कस्तूरबा विद्यालयों की लाइब्रेरी दुरुस्त की जायेगे. राशि से 774 तरह की ज्ञानबर्द्धक किताबें खरीदी जायेगी. जिला कल्याण पदाधिकारी सह आइटीडीए के परियोजना पदाधिकारी वी माहेश्वरी की अध्यक्षता में बुधवार को किताब आपूर्ति का टेंडर फाइनल किया. दिल्ली के प्रभात प्रकाशन अौर भारती प्रकाशन को किताब आपूर्ति का टेंडर दिया गया है.
15 दिनों में किताबों की आपूर्ति करेगी दो एजेंसियां
विधायक लक्ष्मण टुडू ने वित्तीय वर्ष 2016-17 की विधायक निधि से घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के दो कस्तूरबा विद्यालय समेत 25 हाई स्कूलों की लाइब्रेरी को ज्ञानबर्द्धक किताब उपलब्ध कराने की अनुशंसा की थी. इसके आलोक में पुस्तक चयन समिति ने पारित सूची के आधार पर टेंडर निकाला था. छह लोगों ने टेंडर डाला था. बुधवार को टेंडर कमेटी ने टेंडर फाइनल किया. दोनों एजेंसी को 15 दिनों के अंदर किताब आपूर्ति करने का निर्देश दिया गया है.
किताबों के रखरखाव का मुद्दा उठा
बैठक के दौरान कुछ प्रधानाध्यापकों ने किताबों की रख-रखाव के लिए स्कूल में अलमारी का अभाव बताया गया, जिस पर डीइअो ने अलमारी की राशि पूर्व में उपलब्ध करा देने की बात कही. बैठक में जिला कल्याण पदाधिकारी वी माहेश्वरी, जिला शिक्षा पदाधिकारी आरकेपी सिंह, एनडीसी डेविड बलिहार, सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक शामिल थे.
खरीदी जायेंगी 774 तरह की किताबें, टेंडर हुआ फाइनल
किताबों की आपूर्ति में जीएसटी का पेंच एजेंसी ने आपूर्ति के लिए समय मांगा
जिला कल्याण पदाधिकारी ने दोनों प्रकाशन के प्रतिनिधि को पंद्रह दिनों में किताब आपूर्ति करने का निर्देश दिया. दोनों प्रकाशन के प्रतिनिधि ने ट्रेन व ट्रक से माल भेजने में जीएसटी की समस्या होने की बात कहते हुए अौर समय देने की मांग की. प्रतिनिधियों ने बताया कि किताबों का नमूना ट्रेन से लाने पर जीएसटी नंबर की मांग की गयी अौर रेलवे के पदाधिकारियों को जब बताया गया कि किताब जीएसटी में नहीं है, तो लिखित लाने को कहा गया, ऐसी स्थिति में 774 तरह की किताबें आपूर्ति करने में भी यह समस्या आयेगी.
आइटीडीए व कल्याण विभाग का कार्यालय एक होगा
कल्याण विभाग द्वारा गत वर्ष अधिसूचना जारी कर कल्याण विभाग को आइटीडीए के अधीन कर दिया था, हालांकि अब भी दोनों का कार्यालय अलग-अलग चलता है. कल्याण विभाग का कार्यालय जिला समाहरणालय के भूतल में हैं, जबकि आइटीडीए का कार्यालय पुराना कोर्ट परिसर में है. जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा दोनों कार्यालयों को एक साथ करने की तैयारी की जा रही है, हालांकि आइटीडीए का अपना भवन नहीं होने के कारण इसमें समस्या आ रही है.
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