हंगामा व मारपीट के बीच चुनाव संपन्न
जमशेदपुर : भारी हंगामा, मारपीट और शोर-शराबा के बीच हुए मानगो गुरुद्वारा साहिब चुनाव में गुरमुख सिंह मुखे ने सरदार सेवा सिंह को 241 मतों से पराजित कर एक बार फिर प्रधान पद पर कब्जा जमाया. शांतिपूर्ण चुनाव के लिए भारी संख्या में पुलिस तैनात थी. मतदान के दौरान दोनों पक्षों के समर्थकों में हाथापायी भी हुई. दोनों प्रत्याशी भी आपस में उलझ गये. पुलिस ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया.
कमेटी ने 1344 वोटरों की सूची को अंतिम रूप दिया. सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक निर्धारित समय में 750 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. मतगणना कार्य में लगे ट्रस्टियों ने दंडाधिकारी की मौजूदगी में गुरमुख सिंह मुखे की जीत की घोषणा की. मुखे को 494 मत मिले, जबकि उनके प्रतिद्धंदी को 253 मत से संतोष करना पड़ा. तीन मत रद्द कर दिये गये. चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद गुरमुख सिंह और सेवा सिंह ने हाथ मिलाकर गुरुघर में अरदास किया.
वोटर लिस्ट को लेकर शुरू हुआ विवाद
मतदान शुरू होने के पहले दोनों पक्षों में वोटर लिस्ट को लेकर विवाद शुरू हो गया. मौजूदा कमेटी के वोटर लिस्ट में 1415 मतदाताओं को सूचीबद्ध किया गया था, जबकि सेवा सिंह समर्थक 1344 मतदाताओं पर ही चुनाव कराने पर अड़े थे. इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा. अंत में दंडाधिकारी ने दोनों पक्षों की मौजूदगी में 1344 मतदाताओं की सूची को अंतिम रूप दिया.
पासपोर्ट को नहीं माना गया पहचान का आधार
फरजी वोटरों को लेकर मतदान के दौरान हंगामा हुआ. विंकल भाटिया मतदान के दौरान पासपोर्ट लेकर आये, उन्हें गुरदीप सिंह भाटिया ने यह कहते हुए रोक दिया कि पासपोर्ट को पहचान का आधार नहीं बनाया जायेगा.
मुखे से भिड़ा गोरा
मुखे ने चुनाव पदाधिकारियों से कहा कि बिना पहचान के किसी को मतदान नहीं करने दिया जाना चाहिए. गेट से बाहर निकलने के दौरान मुखे और बीते चुनाव में हारे कुलविंदर सिंह पन्नू गोरा के बीच धक्कामुकी, गाली-गलौज हुआ. स्थिति मारपीट तक पहुंच गयी. पुलिस ने हस्तक्षेप किया.