खुफिया एजेंसी ने पुलिस को पत्र लिख कर तीन बार दी थी सूचना
सुशील की हत्या के बाद गिरोह से होने लगा था अनबन
तीन-तीन बार दी गयी सूचना पर भी अलर्ट नहीं हुई पुलिस
न लखन साव की सुरक्षा पुख्ता की गयी और न अमन श्रीवास्तव पर हुई कार्रवाई
हजारीबाग : लखन साव पर हुई गोलीबारी की घटना का शक सुशील श्रीवास्तव गिरोह पर जा रहा है. सुशील श्रीवास्तव गिरोह का सरगना अमन श्रीवास्तव लखन साव की हत्या करवाना चाहता है, इस बात की जानकारी खुफिया एजेंसी ने पुलिस मुख्यालय को दी थी. एजेंसी ने पिछले छह माह के भीतर तीन बार (अक्तूबर, दिसंबर तथा फरवरी में) पुलिस मुख्यालय को पत्र लिख कर इस बात को लेकर अलर्ट किया था.
इसके बाद पुलिस मुख्यालय के स्तर से हजारीबाग व रामगढ़ पुलिस को भी अमन श्रीवास्तव द्वारा रची जा रही साजिश की जानकारी दी गयी थी. खुफिया एजेंसी की सूचना में यह कहा गया था का लखन साव जेल से निकलने के बाद केरेडारी में रह रहा है. वह पहले सुशील श्रीवास्तव गिरोह का मुख्य सदस्य था. अब अलग हो गया है. इस कारण सुशील श्रीवास्तव का बेटा अमन श्रीवास्तव लखन साव की हत्या करवाना चाहता है. इसके लिए अमन सुशील श्रीवास्तव के पूर्व सूटर पंकज का सहयोग ले रहा है.
पंकज द्वारा ग्रेनेड व हथियार उपलब्ध करा दिया गया है. इस तरह पप्पू चौधरी, शूटर पंकज व कुछ अन्य अपराधकर्मी कभी भी लखन साव की हत्या कर सकते हैं. खुफिया एजेंसी ने इस सूचना के साथ डीजीपी से आग्रह किया था कि इस सिलसिले में रामगढ़ और हजारीबाग के एसपी को निर्देश दिया जाये.