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नये विद्यार्थियों में एडमिशन व क्लास का रोमांच, पर
झारखंड के सभी जिलों समेत हजारीबाग के कॉलेजों में नया सत्र शुरू होनेवाला है़ कई संस्थानों में क्लास भी शुरू हो चुकी है़ विद्यार्थियों के बीच नामांकन और क्लासेस का रोमांच तो है, लेकिन रैगिंग को लेकर डर भी है. तमाम गाइडलाइन और कानून के बावजूद रैगिंग के मामले आये दिन सामने आते रहते हैं. […]
झारखंड के सभी जिलों समेत हजारीबाग के कॉलेजों में नया सत्र शुरू होनेवाला है़ कई संस्थानों में क्लास भी शुरू हो चुकी है़ विद्यार्थियों के बीच नामांकन और क्लासेस का रोमांच तो है, लेकिन रैगिंग को लेकर डर भी है.
तमाम गाइडलाइन और कानून के बावजूद रैगिंग के मामले आये दिन सामने आते रहते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार 2015 में झारखंड में रैगिंग के 15 मामले दर्ज किये गये हैं, जबकि हजारीबाग में दो माह पहले एक मामले दर्ज किये गये थे. यूजीसी के अनुसार 2016 में देश में अब तक 198 रैगिंग के मामले सामने आ चुके हैं.
लोकसभा में 25 जुलाई को दी गयी जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 में 640, 2014 में 543 और 2015 में 423 मामले दर्ज किये़ देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में रैगिंग रोकने के लिए यूजीसी ने कानून बना रखे हैं. साथ ही विद्यार्थियों की मदद के लिए टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर, इमेल और वेबसाइट जैसी सुविधाएं भी दी गयी है. प्रस्तुत है रिपोर्ट
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