हजारीबाग : राष्ट्रीय पोषण सप्ताह पर जिला स्तरीय कार्यशाला शनिवार को नगर भवन में संपन्न हुई. कार्यक्रम में जिले के आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, विभिन्न परियोजनाओं की सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका ने हिस्सा लिया.
जिप अध्यक्ष ब्रजकि शोर जायसवाल ने कहा कि स्वस्थ जीवन ही सुखी जीवन का आधार है. संतुलित आहार से महिलाओं के स्वास्थ्य की भी रक्षा हो सकती है.आंगनबाड़ी सेविका घर घर जाकर पोषण की जानकारी महिलाओं को दें.
स्वस्थ जीवन, बच्चों का अधिकार
बरही एसडीओ ने कहा कि विश्व की एक तिहाई कुपोषित बच्चे भारत में है. सभी बच्चों को स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार है. एक साल के बच्चे का स्वास्थ्य उसकी मां पर निर्भर करता है.मां का दूध डायरिया के संक्रमण से बचाता है.
डॉ आरएस वंदना ने कहा कि गर्भवती महिला को कम से कम चार बार चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिये. बच्चे का स्वास्थ्य ठीक रहेगा, तो उसका बौद्धिक व शारीरिक विकास भी ठीक होगा.