14 साल से पुलिस विभाग का चक्कर लगा रहा है वाहन मालिक हजारीबाग. माओवादियों के लैंड माइंस से उड़ाये गये वाहन का मुआवजा अब तक वाहन मालिक को नहीं मिला है. वाहन मालिक हरिश्चंद्र प्रसाद मुआवजे के लिये 14 साल से पुलिस विभाग का चक्कर लगा रहे है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हजारीबाग से लेकर गृह सचिव तक की गुहार लगायी है. तत्कालीन एसपी ने अपने ज्ञापांक 626 दिनांक दो जुलाई 2005 को गृह सचिव को वाहन का उचित मुआवजा वाहन मालिक को स्वीकृत करने के लिए पत्र लिखा था.क्या है मामला वर्ष 2001 में माओवादियों ने चुरचू जंगल में लैंड माइंस से पुलिस वाहन को उड़ा दिया था. जिसमें वाहन के परखच्चे उड़ गये थे. वहीं इसमें सवार सीआरपीएफ के 11 जवान और एक चालक शहीद हो गये थे. वाहन टाटा-407 संख्या- बीआर-13पी/6251 हरिश्चंद्र प्रसाद का था. श्री प्रसाद चौपारण थाना क्षेत्र के ग्राम चंदवारा के रहनेवाले हैं. पुलिस विभाग ने उक्त वाहन को विधि व्यवस्था के लिए लिया था.
अब तक नहीं मिला लैंड माइंस से उड़ाये गये वाहन का मुआवजा
14 साल से पुलिस विभाग का चक्कर लगा रहा है वाहन मालिक हजारीबाग. माओवादियों के लैंड माइंस से उड़ाये गये वाहन का मुआवजा अब तक वाहन मालिक को नहीं मिला है. वाहन मालिक हरिश्चंद्र प्रसाद मुआवजे के लिये 14 साल से पुलिस विभाग का चक्कर लगा रहे है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हजारीबाग से […]