हजारीबाग : नियमित बिजली आपूर्ति को लेकर चलाये जा रहे भाजपा के आंदोलन के विरुद्ध भ्रामक दुष्प्रचार किये जा रहे हैं. आंदोलन से जनता का ध्यान हटाने के लिए विरोधी पार्टियों द्वारा अनगर्ल बयानबाजी की जा रही है. समाज का एक वर्ग इस घृणित कार्य में लगा हुआ है. उक्त जानकारी भाजपा के वरिष्ठ नेता मनीष जायसवाल ने विद्युत जीएम ऑफिस के धरनास्थल पर प्रेस कांफ्रेंस में कही.
उन्होंने कहा कि बेस गांव के लोग स्वेच्छा से इस आंदोलन में जुड़े हैं. दो साल से इस गांव में विद्युतीकरण का काम रुका हुआ था. बिजली की मांग सार्वजनिक आंदोलन है. जनहित से जुड़ा मुद्दा है. यशवंत सिन्हा के जेल जाने के बाद यह जन आंदोलन का रूप ले रहा है. राजनीति से प्रेरित होकर कुछ लोग इस आंदोलन से जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक जनता को बिजली नहीं मिल जाती. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बेस गांव से बिजली के लिए किये जा रहे आंदोलन में जेल जानेवालों के परिजनों ने भी अपनी बातें रखीं. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रलोभन में आकर इस आंदोलन से नहीं जुड़ा हूं.
स्वेच्छा से हमारे परिजन यशवंत सिन्हा के साथ जेल गये हैं. मौके पर जेल जानेवाले व्यक्ति के परिजनों में देवंती देवी (पति जगरनाथ साव), सरिता देवी (पति राजेंद्र यादव), सावित्री मसोमात, पुत्र कृष्णा गोप, पनवा देवी (पति मोहन साव), यशोदा देवी (पति शंभु राणा), प्रमिला देवी (पति बालो गंझू), तारा देवी (पति विजय राम), जयंती देवी (देवर बिरजु राणा) उपस्थित थे.