रविवार को वह घर जाने के लिए बस पकड़ने खधैया मुख्य सड़क पर आयी थी. इसी दौराव वह पानी पीने के लिए एक चापानल पर चली गयी. वहां से वापस आने के दौरान आम्रपाली से कोयला लेकर आ रहे हाइवा (जेएच 19 बी -5007) ने उसे अपनी चपेट में ले लिया. घटनास्थल पर ही बच्ची की मौत हो गयी. घटना के बाद लोगों ने हाइवा चालक को पकड़ कर उसकी जम कर पिटाई कर दी.
आक्रोशित लोगों ने नो इंट्री व मुआवजा को लेकर सड़क जाम कर दिया. ग्रामीण सुबह सात से शाम सात बजे तक नो इंट्री लगाने व पांच लाख मुआवजा की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों ने बताया कि रविवार बाजार के कारण नो इंट्री रहती है, बावजूद इसके हाइवा परियोजना गेट से कैसे निकला, इसकी जांच होनी चाहिए. घटना की सूचना के बाद पुलिस निरीक्षक मदन मोहन सिंह दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने.
एसडीओ सिमरिया के साथ टेलीफोन पर हुई वार्ता में उन्होंने कहा कि नो इंट्री लगायी जायेगी. वहीं थाना प्रभारी ने सोमवार को एक लाख तथा बाद में चार लाख रुपये मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद लोगों ने जाम हटा लिया. जिला परिषद दुलार चंद साहू, मुखिया गजेंद्र कुमार, प्रयाग राम, विनोद बिहारी पासवान, बनवारी साव, प्रमोद सिंह, दासों साव, ईश्वर दयाल पांडे, महावीर साव आदि के प्रयास से जाम हटाया गया.