28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बालक-बालिकाओं की सोच में समानता लाना है उद्देश्य

हजारीबाग: हजारीबाग जन विकास केंद्र में ब्रेक थ्रू द्वारा बाल विवाह के रोकथाम को लेकर पत्रकारों के साथ परिचर्चा हुई. परिचर्चा में विनीत त्रिपाठी ने बताया कि हमारे संस्था का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए लोगों को जागरूक करना है. उन्होंने विभिन्न आंकड़ों की जानकारी देते हुए कहा कि झारखंड के […]

हजारीबाग: हजारीबाग जन विकास केंद्र में ब्रेक थ्रू द्वारा बाल विवाह के रोकथाम को लेकर पत्रकारों के साथ परिचर्चा हुई. परिचर्चा में विनीत त्रिपाठी ने बताया कि हमारे संस्था का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए लोगों को जागरूक करना है. उन्होंने विभिन्न आंकड़ों की जानकारी देते हुए कहा कि झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका बाल विवाह (18 वर्ष से कम) 44.3 प्रतिशत है. जबकि बालकों का बाल विवाह (21 वर्ष से कम) 28.7 है.

बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए अगर मीडिया शिक्षा पर फोकस करने, सामाजिक बुराइयां को दूर करने में, स्कूलों में शौचालय व्यवस्था मुद्दों पर सकरात्मक भूमिका निभाती है तो सामाजिक एवं प्रशासनिक परिवेश में काफी सुधार होगा. बाल विवाह अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिला है. इसका मुख्य कारण गरीबी,अशिक्षा, जागरूकता का अभाव, दहेज प्रथा का प्रकोप,बालिकाओं को कम अवसर मिलना, जनसंख्या में वृद्धि ,बालक- बालिका में अंतर होना है इन कारणों को दूर करने के लिए जागरूकता फैलाना आवश्यक है.
अभिभावक सोच बदलें
बालक-बालिकाओं की सोच में समानता लाना, ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावकों का सोच बदलना, चौक-चौराहों पर बालिकाओं की सुरक्षा का पहल करना,बालक-बालिकाओं को कर्तव्य का बोध कराना,बालक-बालिकाओं एवं उनके अभिभावकों में विवाह के प्रति जागरूकता लाना, बालक-बालिकाओं को व्यवहारिक ज्ञान देना, बालिकाओं में हीन भावना दूर करना, गांव-समाज में विचार गोष्ठी करवाना, अभिभावकों को प्रशिक्षण देना है. परिचर्चा में आलोक भारती, रीना सिन्हा, सतीश कुमार व अन्य उपस्थित थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें