गुमला : शहरी जलापूर्ति योजना फेज-टू के तहत शहर के किसी मुहल्ले में पानी का स्टैंड पोस्ट नहीं बनेगा. नगर परिषद ने राजस्व प्राप्त करने के लिए यह योजना बनायी है. नप का मानना है कि पानी के लिए सार्वजनिक स्टैंड पोस्ट बना देने से सभी लोग वहीं से पानी भरते हैं.
नया कनेक्शन कोई लेना नहीं चाहता. उपभोक्ता अगर नया कनेक्शन नहीं लेते हैं तो नप को हर साल लाखों रुपये के राजस्व की क्षति होती है. इसलिए नप शहर में कहीं भी पानी का स्टैंड पोस्ट बनाने को तैयार नहीं है. इससे होगा कि जिसे पानी की जरूरत होगी. उसे मजबूरन नया कनेक्शन लेना होगा. इस संबंध में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता झरी उरांव ने कहा कि नगर परिषद की इच्छा पर स्टैंड पोस्ट निर्भर करता है.
नप ने राजस्व प्राप्त करने के लिए ऐसा किया है. यहां बता दें कि शहरी जलापूर्ति योजना का काम अब अंतिम चरण में है. अधीक्षण अभियंता की माने तो फरवरी माह से पानी मिलना शुरू हो जायेगा. जहां-जहां पाइप बिछा है, उन सभी पाइपों में पानी सप्लाई होगी. लेकिन दूसरी ओर नगर परिषद द्वारा अभी तक नया कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है. कनेक्शन के अभाव में शहरी क्षेत्र के लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ सकता है.