गुमला. बसिया प्रखंड के तेतरा गांव की 15 वर्षीय सुकरी कुमारी (बदला नाम) पहले खुद दिल्ली भागने का प्रयास की. बाद में वह दलालों के चंगुल में फंस गयी. लेकिन नामकुम पुलिस के सहयोग से सुकरी दिल्ली में बिकने से बच गयी. मंगलवार को पुलिस ने उसे सीडब्ल्यूसी गुमला को सौंपा.
जहां से उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया. जानकारी के अनुसार गरीबी के कारण सुकरी दो जनवरी 2015 को दो पैला धान बेच कर ट्रेन से दिल्ली पहुंची. वहां उसे जीआरपीएफ ने पकड़ लिया.
टिकट नहीं रहने व सही जानकारी नहीं मिलने के कारण उसे किलकारी आश्रम में रखा गया. वहां से उसे रांची भेज दिया गया. फिर उसे गुमला भेजा गया. गुमला आने के बाद वह दलाल आरती कुमारी के चंगुल में फंस गयी. दो मई को पुन: वह दिल्ली जाने लगी. तभी रांची में नामकुम पुलिस ने कुछ युवकों द्वारा दोनों के साथ छेड़छाड़ के दौरान पकड़ा. इसके बाद सुकरी व आरती को गुमला में सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया. जांच के बाद सीडब्ल्यूसी ने उसे परिजनों को सुपुर्द किया. सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष तागरेन पन्ना ने बताया कि आरती व उसका भाई मुकुंद लड़कियों को दिल्ली में ले जाकर बेचते हैं. इसकी जांच हो रही है. दलालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.