गुमला : पाकिस्तान के पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए आतंकी हमला के बाद छात्रों में दहशत है. सभी छात्रों में आक्रोश भी है. जब प्रभात खबर ने पेशावर घटना के संबंध में कुछ छात्रों से बात की, तो छात्रों का कहना था कि आतंकवाद के खिलाफ सभी को खड़ा होने की जरूरत है. पूरे देश को आतंकवाद के खात्मे के लिए काम करना चाहिए.
तभी अमन-चैन कायम होगा. छात्र श्यामली सामंत ने कहा कि पाकिस्तान की मलाला युसुफजई का विरोध किया गया है, जो सरासर गलत है. मलाला ने मुसलिम छात्राओं को शिक्षित करने का प्रयास किया है. वह काबिले तारीफ है. मलाला के विरोध में आतंकियों द्वारा ऐसी घटना को अंजाम देना काफी निंदनीय है. ऋषिका रानी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का जन्मदाता है. आज आतंकियों ने स्कूल में घटना क ो अंजाम देकर पाकिस्तान को सबक सिखा दिया है. आतंकवाद को पूरे विश्व को एक जुट होकर उखाड़ने का प्रयास करना चाहिए. निधि साबू व साक्षी कुमारी ने कहा कि किसी भी स्कूल के छात्र देश के आनेवाली पीढ़ी होते हैं.
छात्र तो स्कूल में शिक्षा व संस्कार ग्रहण करते हैं. ऐसी जगहों पर आतंकी हमला निर्दयतापूर्ण है. छात्र आयुष रंजन व मोहम्मद मतीन अंसारी ने कहा कि घटना से मानव समाज कलंकित हो गया है. अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को आतंकवाद को खत्म करने के लिए एकजुटता के साथ आगे आना होगा. अनुपम कुमार ने कहा कि आतंकी मानव समाज के हितैषी नहीं होते हैं. इनके खिलाफ पूरे विश्व को एकजुट होक र कार्रवाई करने की जरूरत है. विकास गुप्ता व लक्ष्मी नारायण साहू ने कहा कि देश के भविष्य के साथ घिनौना कुकृत्य है. इसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है. इससे पाकिस्तान को भी सबक लेने की जरूरत है और सभी देशों के साथ मिल कर आतंकवाद को उखाड़ फेंकने की आवश्यकता है.