बिशुनपुर : बाबू दुय दिन से डहर हिठाथी, लेकिन पंचायत कर कर्मचारी भेटाते नखे. यह बात अति सुदूरवर्ती पहाड़ पर बसे केचकी पाठ ढंगकाटोली गांव की सोना देवी ने कही. जब वह जंगल व पहाड़ों के बीच से घंटों चल कर प्रखंड मुख्यालय पहुंची थी. अपने कार्यों को लेकर कर्मचारी के ऑफिस गयी, जहां उसने देखा कि ऑफिस का दरवाजा बंद है.
उसने कहा कि अब मेरी उम्र हो चली है. मेरे हाथ-पैर ठीक से काम नहीं करते. ऐसे में मैं रोजाना मुख्यालय नहीं आ सकती. जब भी आती हूं, तो दरवाजा बंद रहता है. सुधा देवी ने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन फार्म में साइन कराना था, परंतु अधिकारी मिलते ही नहीं हैं. गुरुवार को 11 बजे से अपराह्न चार बजे तक हमलोग बैठे हैं, मगर कर्मचारी साहब का कोई अता पता नहीं है.
ग्रामीणों की शिकायत है कि बीडीओ उदय कुमार सिन्हा के ट्रांसफर के बाद प्रखंड कर्मी मनमानी कर रहे है. बीडीओ का प्रभार घाघरा सीओ को दिया गया, परंतु वह भी अब तक कार्यालय नहीं आये. इस कारण विद्यार्थियों को जाति, आवासीय, आय व अन्य जरूरी कागजात बनाने का काम नहीं हो रहा है. इधर, नये बीडीओ ने अब तक कार्यालय में योगदान नहीं किया है.