गुमला : पालकोट प्रखंड के बंगरू पंचायत से पलायन किये 52 लड़कियों को वापस लाने के लिये सरकार ने पहल शुरू कर दिया है. पलायन रोकने के लिये गांव में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन का भी प्रयास किया जा रहा है. इसी के तहत बुधवार को श्रम विभाग झारखंड सरकार के सचिव सह मनरेगा आयुक्त राहुल शर्मा व समाज कल्याण विभाग के सचिव राजीव अरुण एक्का बुधवार को बंगरू गांव पहुंचे.
साथ में एसपी भीमसेन टुटी, डीसी वीणा श्रीवास्तव, डीडीसी अंजनी कुमार के अलावा कई वरीय अधिकारी भी थे. विधायक विमला प्रधान भी पहुंची. अधिकारियों ने गांव पहुंच कर पलायन के कारणों के बारे में लोगों से जानकारी लिया. ग्रामीणों ने अधिकारियों को जो जानकारी दी है, उससे स्थानीय प्रशासन कठघरे में खड़ा होता नजर आया.
राहुल शर्मा के पूछे जाने पर गांव की सुबरी खड़ियाइन ने बताया कि यहां दो साल से मनरेगा का काम नहीं हो रहा है. दो साल पहले पंचायत भवन बना था. उसमें गांव के लोग काम किये थे, लेकिन अभी तक मजदूरी नहीं मिली है. इसे श्री शर्मा ने गंभीरता से लिया. उन्होंने डीसी वीणा श्रीवास्तव को निर्देश दिया कि मामले की जांच कर दोषी अधिकारी के वेतन काट कर उस पैसे को मजदूरों को दिया जाये.
श्री शर्मा ने उन परिवारों से बात की जिनके घर की बेटियां पलायन कर गयी हैं या फिर लापता हैं. इस मामले में एसपी से भी जानकारी प्राप्त की. उन्होंने कहा कि पांच मामलों में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है. बहुत जल्द उसका रिजल्ट मिल जायेगा.