दुर्जय पासवान@गुमला
गुमला व सिमडेगा जिले का आतंक,अपराधी तिलकू गिरोह के सरगना तिलकू सिंह की शुक्रवार की देर रात को अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. तिलकू एक माह पहले ही जेल से निकला था. वह अपने बहनोई के घर तपकारा में रहता था. अपराधियों ने तिलकू को अगवा कर सरईडीह कुलचा जंगल ले गये और उसकी हत्या कर दी. हत्या कर शव को बीच सड़क पर फेंक दिया.
बसिया के थाना प्रभारी राजेंद्र रजक शनिवार की सुबह को घटना स्थल पहुंचकर शव को कब्जे में लिया. शव को शाम चार बजे पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा गया. तिलकू के ऊपर गुमला व सिमडेगा जिले के विभिन्न थानों में एक दर्जन मामले दर्ज है. उसका सबसे ज्यादा आतंक बसिया, कामडारा, बानो व कोलेबिरा प्रखंड क्षेत्र में था.
कई बार तिलकू ने पीएलएफआई के नाम पर भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है. जानकारी के अनुसार तिलकू सिंह का घर बसिया प्रखंड के सुकरूडा गांव है. बसिया थाना की पुलिस ने चौकीदार झमलाल सिंह हत्याकांड में सात साल पहले तिलकू को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
इधर, एक माह पहले तिलकू जेल से निकला था. जैसी सूचना मिल रही है, उसे अपनी जान का डर था. इस कारण वह अपने घर सुकरूडा में न रहकर अपने बहनोई के घर तपकरा गांव में रहता था. शनिवार को वह तपकरा के समीप था. तभी कुछ लोगों ने उसे अगवा कर लिया और कुलचा जंगल के पास ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी. वैसे कुछ लोग गला रेतने की भी बात कर रहे हैं.
जानकारी मिल रही है कि तिलकू जेल से निकलने के बाद पुन: अपने संगठन के विस्तार की योजना में था. लेकिन उससे पहले उसकी हत्या कर दी गयी. थाना प्रभारी राजेंद्र रजक ने बताया कि तिलकू सिंह बसिया थाना के चौकीदार झमलाल सिंह की हत्या में शामिल था. वह चौकीदार हत्या कांड में सात साल की सजा काट कर जेल से बाहर आया था. हत्या किसने की है. इसका पता नहीं चला है. लेकिन उसके कई दुश्मन थे, जो हत्या कर सकते हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.