सिमडेगा: स्थानीय नगर भवन में जिला जल एवं स्वच्छता समिति के तत्वावधान में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत गड्ढा खोदो अभियान कार्यक्रम पर जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उदघाटन उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण कार्य में सकारात्मक सोच के साथ कार्य हो रहा है. किंतु अब ऐसा समय आ चुका है कि और अधिक तेजी के साथ काम करते हुए जिले को दिसंबर 2017 तक खुले में शौच मुक्त बनाना है.
अभी भी जिले में सर्वे के अनुसार लगभग 64 हजार शौचालय का निर्माण करना बाकी है. यह हम सभी की जिम्मेवारी है कि इस लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त करना है. इसके तहत गड्ढा खोदें अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान को आठ दिनों के अंदर पूरा करना है. उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि इस कार्य में गांव के लोगों को प्रेरित करें. मुखिया की अहम जिम्मेवारी है अपने क्षेत्र को स्वच्छ बनाने में मदद करें. देश के मानचित्र में सिमडेगा जिला का परचम सबसे पहले लहराना है ऐसा हमें प्रयास करने की जरूरत है. हम सभी इसके लिए शपथ लें कि आठ दिनों के अंदर अपना-अपना शौचालय बनाने के लिए गड्ढा खोदेंगे. उन्होंने कहा कि इस कार्य को सरकारी योजना नहीं समझें बल्कि इसे जन आंदोलन के रूप में लें. इस कार्य में विशेष रूप से महिलाओं को आगे आने की जरूरत है. महिलाएं ही सामाज में परिर्वतन ला सकतीं हैं. घर में शौचालय नहीं हो यह समाज के लिए कलंक है. इस कलंक को मिटाना है.
इस अभियाान को सफल बनाने की जिम्मेवारी सभी बीडीओ, मुखिया, कनीय अभियंता, बीपीओ, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, जनसेवक, राजस्व कर्मचारी, पीडीएस डीलर की भी है. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 13 अगस्त को सभी आठ प्रखंडों में एक दिवसीय स्वच्छता खस्सी फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा. संबंधित प्रखंड के बीडीओ अपने क्षेत्र की टीम का चयन करते हुए प्रतियोगिता आयोजित करेगें.
इस प्रतियोगिता के माध्यम से आम जनता को गड्ढा खोदो अभियान के प्रति जागरूक किया जायेगा. साथ ही शौचालय का क्या महत्व है इस पर फ्लैक्स,होर्डिंग, गीत नाट्य, पपंलेट, पोस्टर के माध्यम से प्रचार -प्रसार किया जायेगा. इससे पूर्व यूनिसेफ की टीम ने पीपीटी के माध्यम से शौचालय निर्माण तथा गड्ढा खोदो अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी. मौके पर डीडीसी मनोहर मरांडी, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, आइटीडीए निदेशक, सभी बीडीओ, सभी कार्यपालक अभियंता, मुखिया, जनप्रतिनिधि, यूनिसेफ की टीम, जलसहिया, एसएचजी ग्रुप, महिला मंडल, ग्राम संगठन, पीडीएस डीलर के अलावा काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.