बसंतराय (गोड्डा) : सरकार के नोटबंदी पर लिये गये निर्णय का असर देहात और गरीबों के बीच देखने का मिल रहा है. रविवार की शाम बसंतराय प्रखंड के हिलावै पंचायत के बरन गांव की 55 वर्षीय महिला माधुरी देवी की मौत दवा के अभाव में हो गयी. महीनों से बीमार चल रही माधुरी देवी के […]
बसंतराय (गोड्डा) : सरकार के नोटबंदी पर लिये गये निर्णय का असर देहात और गरीबों के बीच देखने का मिल रहा है. रविवार की शाम बसंतराय प्रखंड के हिलावै पंचायत के बरन गांव की 55 वर्षीय महिला माधुरी देवी की मौत दवा के अभाव में हो गयी. महीनों से बीमार चल रही माधुरी देवी के पति कुलो सिंह पत्नी के इलाज के पैसे के लिए पास के ही बैंक महेशपुर में करीब तीन दिनों से लाइन में खड़ा होकर अपने बारी का इंतजार कर रहा था.
कुलो सिंह की बारी आते-आते उसे वापस लौटना पड़ता था. रविवार को भी वह सुबह 10:00 बजे से ही बैंक से पैसे निकालने के लिए लाइन में खड़ा था, लेकिन उसकी बारी नहीं आयी. इसी दौरान गांव के लोगों ने उन्हें पत्नी के मौत की जानकारी दी. इस बात की जानकारी के बाद भी कुलो पैसे के लिए कुछ देर कतार में खड़ा रहा. मगर पैसा नहीं मिलने पर वह पुन: वापस घर आ गया. कुलो सिंह बीपीएल परिवार से हैं. फूस और कच्चे मकान में रहने वाले कुलो सिंह को अब तक सरकार की ओर से किसी भी तरह का लाभ नहीं मिला है.
पैसे के कारण…
उनका कहना है कि चार लड़का तथा दो लड़की है जो मजदूरी कर अपना पेट पाल रहा है. इधर, मामले को लेकर थाना प्रभारी कालेश्वर सिंह ने बताया कि महिला की मौत की जानकारी है. मगर इस बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं.
पति कुलो सिंह चार दिनों से लगा रहे थे बैंक का चक्कर
भीड़ रहने के कारण नहीं निकल पायी राशि
महिला बीमार थी. हमलोगों ने भी मदद की सोची थी. आज पैसे के अभाव में दवा नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गयी.
-कुंती देवी, पंसस, हिलावै
इस तरह की घटना हृदय विदारक है और आम लोगों की स्थिति क्या है इसका परिचायक है. सरकार का यह निर्णय गरीब और निर्बल लोगों के लिए कितना खतरनाक है इसका पता माधुरी देवी के मौत से ही चलता है.
-दीपिका पांडेय सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष