स्कूलों व पूजा स्थलों पर सज गये पंडाल
गोड्डा : मां की पूजा गोड्डा कॉलेज छात्र संघ द्वारा वृहत तौर पर किया गया है. इंटर स्तरीय विद्यालय के साथ बालिका उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय, ज्ञान स्थली स्कूल, न्यू आइडियल स्कूल, भारत भारती स्कूल, गुलजार बाग स्थित स्वर साधना स्कूल में होगी. यहां रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.
शहर के दो स्थानों में मूर्ति स्थापित कर सार्वजनिक रूप से मां की आराधना कर रहे है. वही महिला कॉलेज में पूजा को लेकर विशेष हलचल नहीं है.
सरगुन के कूची में सरस्वती बसती है:
कलम चलाने में दक्ष हो ना हो लेकिन सरगुन मां सरस्वती की प्रतिमा बखूबी बनाती है. सरगुन अपने बच्चों की परवरिश प्रतिमा बनाकर ही करती है. स्थानीय करिपुर गरबन्ना गांव का रहने वाला है. उसने बताया कि उसे पढ़ने का मौका नहीं मिला.
मां की कृपा से शब्दों से अनभिज्ञ सरगुन अपनी कू ची से सुंदर व मनमोहक मिट्टी को आकार देती है. 35 वर्षो से वह मां सरस्वती के अलावा दुर्गा, काली, लक्ष्मी से लेकर सभी देवी-देवताओं की मूर्ति बना रही है. सरगुन मिट्टी के अलावा सीमेंट के भी मूर्ति बनाती है. हर वर्ष मां सरस्वती की सौ से अधिक प्रतिमा बनाकर बेचती है. प्रतिमा बनाने में करीब डेढ़ माह का समय लगता है. आज सरगुन अपने साथ चार अन्य लोगों को भी रोजगार दे रही है.