जल संचयन. डोभा निर्माण के तय लक्ष्य पर लग सकता है ग्रहण!
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50 फीसदी भी काम पूरा नहीं
जल संचयन. डोभा निर्माण के तय लक्ष्य पर लग सकता है ग्रहण! 15 जून तक पूरा होना है डोभा निर्माण का कार्य भूमि संरक्षण से बनने वाले डोभा निर्माण ने बढ़ायी है मुसीबत गोड्डा : गांव का पानी गांव में व खेत का पानी खेत में रोकने के लिए जिले में हो रहे डोभा व […]
15 जून तक पूरा होना है डोभा निर्माण का कार्य
भूमि संरक्षण से बनने वाले डोभा निर्माण ने बढ़ायी है मुसीबत
गोड्डा : गांव का पानी गांव में व खेत का पानी खेत में रोकने के लिए जिले में हो रहे डोभा व चेकडैम निर्माण पर ग्रहण लगता दिख रहा है. तय सीमा तक 50 फीसदी भी काम पूरा नहीं हो पाया है. सरकार की डोभा निर्माण योजना शुरूआती दौर में ही दम तोड़ते नजर आ रही है. 15 जून तक काम पूरा करने का निर्देश दिया गया था. पर अभी तक आधे लक्ष्य को भी जिला प्रशासन पूरा नही कर पाया है. मुख्यमंत्री ने युद्ध स्तर पर काम जारी कर योजना को पूरा करने का निर्देश दिया था. ठीक उसी प्रकार से यह योजना धरातल पर नहीं उतर रही है. योजना को आनन-फानन मे स्वीकृत करने का काम किया गया है.
आनन-फानन में योजनाओं को ले तो लिया गया है पर काम पूरा करने मे पंचायत कर्मियों की सांसें फूल रही है. डोभा निर्माण का लक्ष्य पूरा किये जाने के लिए वरीय पदाधिकारियों का दबाव है. इस दबाव का दंश पंचायत स्तर के कर्मी पंचायत सेवक व जनसेवकों को भोगना पड़ रहा है.
कहां हैं परेशानी
मालूम हो कि इसके पूर्व पूरे जिले में भूमि संरक्षण विभाग की ओर से 2500 डोभा का निर्माण का लक्ष्य है. इसके तहत डोभा की खुदाई मशीन से की जानी है. यह पहले पूरा हो गया है. साथ ही सुविधा के तौर पर डोभा की खुदाई के पूर्व 40 प्रतिशत राशि लाभुकों को दी जा चुकी है. इसमे काम भी तेजी से हो रहा है. इसको लेकर लाभुकों ने दिलचस्पी दिखाते हुए काम को पूरा करने की जोर से कवायद की है.
पर जैसे ही मनरेगा के तहत डोभा खुदाई का सवाल आया तो सबों के हाथ पैर फूलने लगे. मनरेगा में देरी से मजदूरी भुगतान, एफटीओ, मिट्टी टाब से मजदूरी की समस्या को लेकर न तो लाभुकों ने और नहीं मेटों ने इस योजना को लेकर कोई दिलचस्पी दिखायी है.पदाधिकारियों के दबाव के कारण यह डोभा निर्माण की योजना 8200 के तकरीबन स्वीकृत कर तो ली गयी है. पर आधा लक्ष्य भी पूरा नहीं किया जा सका है और फिलहाल जिला प्रशासन के लिए यह लक्ष्य दूर की कौड़ी है.हर गांव में तकरीबन पांच-पांच डोभा निर्माण का लक्ष्य लिया है.
प्रखंडवार लक्ष्य
प्रखंड स्वीकृत पूरा
बसंतराय 400 200
बोआरीजोर 1580 750
गोड्डा 980 400
महगामा 1200 350
मेहरमा 680 450
पथरगामा 730 400
पोड़ैयाहाट 1000 447
सुंदरपहाड़ी 1050 350
ठाकुरगंगटी 700 350
कुल 8200 3600
क्या कहते हैं डीडीसी
डीडीसी रंजन चौधरी ने बताया कि मॉनसून आने में अभी देरी है. जिले में 8200 डोभा बनाने का लक्ष्य निर्धारित है. निर्धारित समय तक 80 फीसदी कार्य पूरा कर लिया जायेगा.
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