गोड्डा : सदर प्रखंड के गंगटा खुर्द स्थित फुलो-झानो की प्रतिमा स्थल पर संताल परगना स्थापना दिवस समारोह का आयोजन फुलो-झानो स्मारक समिति ने किया. समारोह में बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम व नगर अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह ने शिरकत की.
इनलोगों ने फुलो-झानो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया.प्रतिमा पर शेड लगाने की करें पहल अजीत कुमार सिंह ने फुलो-झानो प्रतिमा पर शेड लगाने के लिए विधायक लोबिन हेंब्रम का ध्यान आकृष्ट कराया.
उन्होंने कहा आदिवासी समाज बच्चों को पढ़ायें. इससे समाज की उन्नति होगी. दो वर्षो से लगातार बेहतर कार्यक्रम कराने के लिए समिति को साधुवाद दिया.
फुलो-झानो की प्रतिमा पर बनेगा शेड
विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा : फुलो झानो की प्रतिमा को सुरक्षित रखने के लिये शेड निर्माण कराया जायेगा. जनवरी माह में प्रतिमा स्थल परिसर में पार्क बनाने के लिए पहले करेंगे. इसके सौंदर्यीकरण कराने की मुहिम तेज की जायेगी.
एक और हूल की जरूरत
लोबिन हेंब्रम ने कहा कि अंग्रेजों के विरुद्ध सिदो कान्हू, चांद भैरव और फुलो झानो ने आंदोलन का बिगुल फूंका था. गोली बारूद का जबाव तीर धनुष से देकर अंगरेजों को खदेड़ा था. अंगरेजों को भगाने वाले बीर अबूआ राज की परिकल्पना अधूरी है. इसके लिये एक और हूल की जरूरत है.
श्री हेंब्रम ने कहा : सड़क के किनारे आदिवासी महिलाएं दारू बेचतीं है. मान सम्मान में महिलाओं को ठेस पहुंचती है. दारू बेचकर पेट पालने से स्थिति नहीं सुधरेगी. आदिवासी महिला दारू बेचना छोड़ें और उसकी जगह मूढ़ी-सब्जी आदि बेचकर व स्वरोजगार कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करें. मंच संचालन कन्हैय लाल टुडू ने किया. इस अवसर पर ग्राम प्रधान भरत हांसदा. सेवानिवृत्त दंडाधिकारी सुफल हांसदा, पौलुस हांसदा, जयंत सोरेन, बिनोद विक्कल आदि उपस्थित थे.
सिदो कान्हू की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
संताल परगना के 158 वां स्थापना दिवस जिले में धूमधाम से मनाया गया. सुबह आठ बजे शहर के कारगिल चौंक स्थित सिदो कान्हू की प्रतिमा पर आदिवासी समाज के बुद्धिजीवियों व छात्र-छात्राओं ने माल्यार्पण किया. वहीं महिला कॉलेज गल्र्स हॉस्टल की छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया. इसका नेतृत्व मांझी हड़ाम भरत हांसदा कर रहे थे. इस दौरान महिला कॉलेज आदिवासी छात्रवास छात्र सनोली मुमरू, सरिता किस्कू, रेखा मरांडी, कमली मुमरू, किरण मुमरू, सरोजनी हेंब्रम, लीली बेसरा, श्रीमति टुडू, सोनामुणी टुडू, प्राची किस्कू, आरती टुडू, गंगामुणी बेसरा, ज्योति मरांडी, सोनाली हांसदा, संगीता सोरेन, प्रोमोदी हांसदा आदि उपस्थित थे.