गोड्डा : राज्य गठन के बाद गोड्डा सदर अस्पताल में मात्र इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में अस्पताल भवन का कार्य ही हो पाया है. लेकिन अब तक सदर अस्पताल में बर्ण वार्ड की स्थापना नहीं हो पायी है. इस कारण झुलसे हुये रोगियों को भी साधारण वार्ड में रखा जाता है. वहीं प्रखंडों में भी स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है.
हाल यह है कि कई प्रखंडों में कई उपस्वास्थ्य केंद्र भवन का अपना भवन नहीं है. गोड्डा सदर, पथरगामा व महगामा में 10 स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन निर्माण को लेकर विभागीय स्वीकृति मिल चुकी है. वहीं कई अस्पतालों में डॉक्टरों की भी कमी है. गोड्डा के किसी भी सरकारी अस्पताल में अब तक आंख व दांत के डॉक्टर का पदस्थापन नहीं किया गया है.
इस वजह से आंख की शिकायत वाले रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं अक्सर स्वास्थ्य कर्मियों की कमी भी अस्पतालों में खलती है. सदर अस्पताल सहित प्रखंडों के अस्पतालों में ड्रेसर के कई पद रिक्त पड़े हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग के पास ड्रेसर नहीं होने से दुर्घटनाग्रस्त रोगी के मरहम पट्टी को लेकर ऑपरेशन थियेटर में चिकित्सकों को परेशानी रहती है.