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38 घाटों के लिए 199 टेंडर गिरे

गोड्डा : जिले में बालू घाटों की बंदोबस्ती की प्रक्रिया नये ढंग से शुरू हो गयी. 28 अप्रैल को बालू घाटों की बंदोबस्ती के लिए मंगलवार को टेंडर गिर चुका है. जिले के कु ल 38 बालू घाटों पर 199 टेंडर गिराये गये. नीलामी की प्रक्रिया 30 अप्रैल को समाहरणालय में होगी. मालूम हो कि […]

गोड्डा : जिले में बालू घाटों की बंदोबस्ती की प्रक्रिया नये ढंग से शुरू हो गयी. 28 अप्रैल को बालू घाटों की बंदोबस्ती के लिए मंगलवार को टेंडर गिर चुका है. जिले के कु ल 38 बालू घाटों पर 199 टेंडर गिराये गये. नीलामी की प्रक्रिया 30 अप्रैल को समाहरणालय में होगी.

मालूम हो कि इसके पूर्व भी बालू घाटों की बंदोबस्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी. कानूनी अड़चनों के कारण मामला गड़बड़ हो गया और विभाग को फिर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी. इसको लेकर जिला खनन विभाग में मंगलवार को दिन भर अफरा-तफरी रही.

महादेव इंफोटेक कंपनी ने गिराये सभी घाटों पर टेंडर

जानकारी के अनुसार सभी 38 घाटों के लिए टेंडर गिरा है. जिसमें सर्वाधिक टेंडर महादेव इंफोटेक कंपनी की ओर से गिरा है. डाक गिराये जाने के लिए सभी बालू माफियाओं की भीड़ जुटी रही.

पूर्व में बालू घाटों के खरीदार दिवाकर दुबे सहित दारू माफिया भी बालू घाटों पर कब्जा जमाने के लिए जोर-शोर से लगे हैं. सर्वाधिक टेंडर पथरगामा के विभिन्न घाट व हनवारा तथा सनातन घाट के लिए गिरे हैं. सनातन घाट के लिए सर्वाधिक टेंडर गिराये गये हैं.

डाक की न्यूनतम नीलामी 16 करोड़ 50 लाख 40 हजार

बालू घाट की बंदोबस्ती के लिए न्यूनतम डाक की नीलामी 16 करोड़ 50 लाख 40 हजार रूपये तक होगी. इसमें कम राशि पर घाट की नीलामी नहीं होगी. नीलामी प्रक्रिया में घाटों का रेट बढ़ना तय है.

जानकारी के अनुसार इस बार राशि 20 करोड़ के आसपास की जायेगी. यदि ऐसा हुआ तो पिछली बार की नीलामी की तुलना में जिला खनन विभाग को पिछले बार की तुलना में छह से सात करोड़ की राशि अधिक प्राप्त होगी. जिसकी संभावना प्रबल है. क्योंकि घाट लेने के लिए मारामारी चरम पर है.

बाहरी कंपनियों का होगा विरोध

हालांकि डाक की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है.पर बाहरी बालू माफियाओं को जिले के बाहर रखने की मांग तेज हो गयी है. कई बालू घाटों पर तो बंदोबस्ती रद्द करने की मांग शुरू हो चुकी है. सदर प्रखंड के ढोढरी घाट पर बंदोबस्ती का विरोध ग्रामीणों ने शुरू कर दिया है.

इसको लेकर ग्रामीण उपायुक्त को दर्जनों बार आवेदन भी सौेंप चुके हैं. ग्रामीणों ने बंदोबस्ती का विरोध गांव के गिरते जल स्तर को रोकने के लिए व पड़ोसी राज्य से आने वाले आपराधिक तत्वों पर नकेल कसने के लिए किया है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि घाट की बंदोबस्ती होती है तो बाहर के अपराधी गांव में घुसेंगे व हत्या जैसे जघन्य अपराध भी हो सकता है.

जिलास्तर बालू घाट की नीलामी की प्रक्रिया की उठने लगी मांग

नीलामी प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही बालू घाट की बंदोबस्ती को लेकर विरोध उठना शुरू हो गया है. नीलामी की प्रक्रिया जिला स्तर पर करने की मांग की गयी है. विरोध कर रहे नेताओं का कहना है कि बालू घाट की बंदोबस्ती यदि जिला स्तर पर होती है तो स्थानीय बेरोजगारों को इसका लाभ मिलेगा.

बाहरी कंपनियां तय मानक को नजरअंदाज कर जरूरत से अधिक बालू का उठाव करेगी. साथ ही नदियों से बदस्तूर बालू का उठाव कर दोहन करेगी. इससे नदियों का जलस्तर भी गिरेगा व स्थानीय युवक वंचित हो जायेंगे. भाजपा नेता राजेश झा ने कहा कि बड़ी कंपनियां जैसे चड्डा ग्रुप ने भी बालू घाट के लिए टेंडर डाला है. यह बाहरी व बड़ी कंपनी है.

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