अबुआ आवास योजना में देवरी प्रखंड लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है. वित्तीय वर्ष 2024 -25 में देवरी प्रखंड में अबुआ आवास योजना के तहत 4502 गरीब परिवारों को आवास उपलब्ध करवाने का लक्ष्य निर्धारित था, लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्त हो जाने के बाद भी यह प्रखंड लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है. जानकारी के लिए निर्धारित लक्ष्य 4502 के विरुद्ध 3681 आवास की प्रशासनिक स्वीकृति मिली है, जिसमें तक महज 1398 लाभुक को ही प्रथम किश्त की राशि मिल पायी है.
छः पंचायतों में एक भी लाभुक को नहीं मिली राशि
प्रखंड के बैरिया, घसकरीडीह, जमडीहा, खटौरी, परसाटांड़ व सलयडीह उर्फ खोरोडीह में एक भी लाभुक को प्रथम किश्त की राशि नहीं मिल पायी है. आवास योजना के प्रखंड समन्वयक अशोक मरांडी व राजीव रंजन चौधरी के मुताबिक तकनीकी त्रुटि की वजह से छह पंचायतों के लाभुकों की राशि क्रेडिट नहीं हो पायी है. 70 आवेदक का बैंक खाते में त्रुटि की वजह से राशि क्रेडिट नहीं हुई है. 1100 आवेदक की राशि का भुगतान करने का प्रस्ताव भेजा दिया गया है. शेष लोगों को फंड के अभाव में राशि नहीं मिल पा रही है.आवास के अभाव में झोपड़ी में रहने को मजबूर है झानो देवी का परिवार
देवरी प्रखंड के परसाटांड़ पंचायत में आवास की सुविधा के अभाव में कई परिवार को जर्जर आवास में रहना पड़ रहा है. पतालडीह गांव की झानो देवी, पति लक्ष्मण तुरी का अपना घर नहीं है. उसके परिवार के आठ सदस्यों को झोपड़ी बनाकर रहना पड़ रहा है. उमस भरी गर्मी व बारिश के बीच परिवार के सदस्यों काे मुश्किल से जैसे तैसे जीवन जीना पड़ रहा है. बताया कि अबुआ आवास योजना की प्राथमिकता सूची में उसका नाम है, लेकिन उसे आवास नहीं मिल पाया है.बजगुंदा की फुलवा खातून सात सदस्यों के साथ जर्जर मकान में रह रहीं
बजगुंदा गांव की फुलवा खातुन, पति सलीम अंसारी के सात सदस्यों को जर्जर आवास में रहना पड़ रहा है. इसी गांव की ललिता देवी, पति राजेश तुरी को जर्जर आवास में रहना पड़ रहा है. दोनों का नाम अबुआ आवास योजना की प्राथमिकता सूची में रहने के बाद भी आवास बनवाने को राशि नहीं मिल पायी है. जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2024 -25 के तहत 136 लाभुकों को आवास देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. चयनित किए 135 लाभुकों का अभिलेख तैयार कर दिया गया है, लेकिन एक भी लाभुक को राशि नहीं मिल पायी है. परसाटांड़ के मुखिया अजीम अंसारी ने बताया कि अबुआ आवास के लिए सभी लाभुकों का अभिलेख तैयार कर प्रखंड कार्यालय में जमा कर दिया गया है. इसके बाद भी एक भी लाभुक को राशि नहीं मिल पायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है