गिरिडीह. पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने अपने ही एक साथी की निर्मम हत्या कर दी है. घटना ताराटांड़ थाना इलाके के नावाटांड़ के पास अंजाम दी गयी है.
मृतक देवघर जिला के पालाजोरी थाना इलाके के कोइरी जमुआ निवासी निमाईचंद गोस्वामी उर्फ निमाई गिरि था. पिछले कुछ वर्षों से निमाई अहिल्यापुर थाना इलाके के सरौन, सुंदर पहाड़ी स्थित अपने परिवार के साथ अपनी ससुराल में रह रहा था.
बताया जाता है कि मंगलवार की रात को पुलिस को सूचना मिली कि गिरिडीह-टुंडी पथ के नावाटांड़ के पास गोली चली है. सूचना पर रात लगभग 12 बजे ताराटांड़ थाना प्रभारी नवलकिशोर प्रसाद दल-बल के साथ घटनास्थल पहुंचे.
पुलिस ने देखा कि एक व्यक्ति की गोली मारकर व गला रेतकर हत्या की गयी है. उसके शरीर पर दो गोलियों के लगने के निशान हैं. थाना प्रभारी ने मामले की सूचना डीएसपी शंभु कुमार सिंह को दी.
सूचना पर रात में ही डीएसपी श्री सिंह व मुफस्सिल पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को जब्त कर थाना ले आयी.
प्रवीर को गिरफ्तार कराने का आरोप : पुलिस ने मौके से एक दर्जन नक्सली परचा बरामद किया है. बरामद परचा भाकपा माओवादी संथाल परगना जोनल कमेटी का है. परचा में निमाई गिरि को पुलिस मुखबिर बताया गया है और नक्सली नेता प्रवीर को गिरफ्तार कराने में अहम भूमिका निभाने का आरोप है. परचा में निमाई को भीतरघाती भी कहा गया है और पार्टी से गद्दारी करने का भी आरोप लगाया है.
दो दिनों से लापता था निमाई : पुलिस को निमाई के संदर्भ में जानकारी एकत्र करने पर पता चला कि उसकी ससुराल अहिल्यापुर के सरौन में है. डीएसपी श्री सिंह ने अहिल्यापुर थाना प्रभारी को निमाई के घरवालों का पता लगाने का निर्देश दिया.
पुलिस की सूचना पर पहुंचे निमाई के साले जयप्रकाश गोस्वामी ने मृतक की पहचान की. उसने बताया कि पिछले 28 सितंबर से ही निमाई घर से लापता था.
हत्या के बाद सघन छापेमारी : घटना के बाद डीएसपी श्री सिंह के निर्देश पर पुलिस ने नावाटांड़ के समीप के जंगलों में नक्सलियों की खोजबीन की. इलाके से सटे बराकर नदी के किनारे भी नक्सलियों की खोजबीन की गयी. बुधवार के दिन में भी इलाके में छापेमारी अभियान चला.
खोजा जा रहा नक्सलियों को : डीएसपी
डीएसपी श्री सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा पूर्व नक्सली निमाई की हत्या करने का मामला प्रतीत हो रहा है. घटनास्थल से मिले पोस्टर में मृतक पर मुखबिरी का आरोप लगाया गया है. घटना में शामिल नक्सलियों की खोजबीन की जा रही है. शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.