गढ़वा/बड़गड़ : उपायुक्त नेहा अरोड़ा ने मंगलवार को बड़गड़ पहुंचकर वहां हाथियों द्वारा ग्रामीणों को घायल करने व घरों व समान की क्षति पहुंचाने की घटना की जानकारी ली. उन्होंने सेमरटांड़ व डीलवाही गांव पहुंचकर ग्रामीणों से बात की तथा क्षति का जायजा लिया. सुबह आठ बजे ही उपायुक्त बड़गड़ पहुंची. उन्होंने ग्रामीणों के घरों को देखा तथा उनसे बात की. ग्रामीणों ने उपायुक्त से कहा कि वे भय के वातावरण में जी रहे हैं. अभी भी हाथी आसपास के जंगलों में जमे हुए हैं.
वे दुबारा भी उनपर हमला कर सकते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि खाने-पीने की वस्तुएं नष्ट होने से वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं. ग्रामीणों का हाल जानने के बाद उपायुक्त ने रंका एसडीओ जावेद अनवर इदरिशी व वनों के क्षेत्र पदाधिकारी आगस्टीन तिग्गा को निर्देश दिया कि वे दो दिन के अंदर क्षति का पूरा आकलन कर रिपोर्ट सौंपे.
उन्होंने बीडीओ सुधीर कुमार को निर्देश दिया कि वे सभी प्रभावित लोगों को तत्काल अनाज व कंबल उपलब्ध करायें. उपायुक्त नेहा अरोड़ा ने बताया कि क्षतिपूर्ति की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद वे मुआवजा उपलब्ध करायेंगी. उन्होंने बताया कि इस मद के लिए अभी वन विभाग में राशि का अभाव है.
लेकिन राशि उपलब्ध कराने के लिए सरकार को लिखी जायेगी. उन्होंने कहा कि अभी भंडरिया व बड़गड़ के सभी गांव के प्रभावित लोगों को अनाज व कंबल उपलब्ध कराये जा रहे हैं, लेकिन वैसे लोग जिनके घर ढह गये हैं, उन्हें इंदिरा आवास का लाभ भी दिया जायेगा. इस अवसर पर अंचल पदाधिकारी अभय कुमार झा, थाना प्रभारी विनय कुमार, प्रखंड प्रमुख जुली तिर्की, उपप्रमुख अशोक यादव, परसवार मुखिया ललिता बाखला, उपमुखिया दीपिका खलखो, प्रभा कुजूर, सांसद प्रतिनिधि आनंद सोनी आदि उपस्थित थे.