बुनियादी सुविधाओं से वंचित है दामर टोला
ग्रामीणों ने विकास में उपेक्षा का आरोप लगाया
खरौंधी(गढ़वा) : खरौंधी प्रखंड के सिसरी पंचायत के दामर टोला के लोग आज भी सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. लगभभग 1000 की आबादी वाले इस पंचायत के लोग पानी, बिजली, सिंचाई, स्वास्थ्य जैसी सभी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. टोला में मात्र दो चापाकल हैं. इसके कारण यहां पानी के लिए हमेशा मारामारी होती है.
खेतों में सिंचाई के साधन नहीं होने के कारण यहां की खेती पूरी तरह मानसून के भरोसे है. इसकी वजह से उन्हें हर साल सूखे का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि पहले उन्हें नहर द्वारा पानी मिलता था, परंतु नदी सूख जाने के कारण अब पानी नहीं मिल रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में अभी तक प्राथमिक शिक्षक की भी व्यवस्था नहीं है. गांव के करीब 150 बच्चों को प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक किमी दूर जाना पड़ता है. गांव में बिजली के खंभे में तार टांगकर किसी तरह बिजली लाया गया. इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. ग्रामीणों ने कहा कि गांव का आंगनबाड़ी केंद्र भी हमेशा बंद रहता है.
उनके टोला पर जाने के लिए सड़क नहीं रहने के कारण पगडंडी पर चल कर उन्हें आना-जाना पड़ता है. गांव के मानिक चंद साव, रमेश साह, तोखन साह, बालकेश्वर साह, दशासुनेर साह, रामसेवक साहू, मुनिफ साह, कृष्णा गुप्ता, विंध्याचल साव, मेघनाथ साव आदि ने बताया कि उनके गांव में स्वास्थ्य की भी कोई सुविधा नहीं है. इसके कारण ग्रामीणों को अक्सर देशी चिकित्सकों पर निर्भर रहना पड़ता है.
उन्होंने बताया कि गांव के किसी भी बच्ची का नाम आजतक लक्ष्मी लाडली योजना से नहीं जुड़ा. न ही किसी मजदूर का अबतक निबंधन किया जा सका. उन्होंने कहा कि अबतक कितने बार चुनाव हुए, लेकिन जनप्रतिनिधि सिर्फ वादे करके चले जाते हैं. उन्होंने गांव के बुनियादी समस्याओं को दूर करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया.