धुरकी (गढ़वा) : धुरकी प्रखंड के भंडार गांव में मलेरिया से दो सगी बहन प्रियंका कुमारी(14) व रिंकी कुमारी(10) की मौत हो गयी. जबकि एक और बहन प्रीति कुमारी (आठ) की हालत गंभीर है. तीनों बच्चियों के पिता रामचंद्र भुइयां पिछले सात वर्ष से लापता है.
तीनों की देखभाल उनकी मां फूलपती देवी कर रही थी. बताया जाता है कि बीमार पड़ने के बाद तीन बहनों का झाड़–फूंक कराया गया. स्थिति बिगड़ने के बाद प्रियंका को सदर अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गयी.
रिंकी का इलाज गांव के ही झोला छाप डॉक्टर कर रहे थे. धुरकी के प्रमुख धर्मेद्र प्रताप देव ने परिजन को सहायता के रूप में 35 किलो अनाज प्रदान किया और इंदिरा आवास उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. गांव के मुखिया जवाहर साव ने बताया, इलाके में लोग लगातार मलेरिया की चपेट में आ रहे हैं, बावजूद अबतक स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कैंप नहीं लगाया गया है. जबकि चिकित्सा प्रभारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले माह इस गांव में स्वास्थ्य कैंप लगा था.
बताया जाता है कि इलाके में एक बार फिर मलेरिया का प्रकोप बढ़ गया है. इस इलाके को पूर्व में ही मलेरिया जोन के रूप में चिह्न्ति किया गया था.
अगस्त में हुई थी चार मौत : अगस्त 2013 में भंडार गांव में मलेरिया की चपेट में आने से चार छात्राओं की मौत हो गयी थी. इसमें रामदेनी सिंह की पुत्री झुबली कुमारी, स्वर्गीय सुनेश्वर सिंह की पुत्री रूबी कुमारी, लालबिहारी प्रजापति की पुत्री ऋतु कुमारी व रामजीत गौंड़ की पुत्री शामिल थी.