गढ़वा : जिला स्थापना समिति द्वारा लिपिक संवर्ग, राजस्व कर्मचारी व चतुर्थ वर्गीय संवर्ग के कर्मचारियों की सेवा संपुष्टि को लेकर लिये गये निर्णय पर कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है.
विदित हो कि पिछले दिनों उपायुक्त आरपी सिन्हा की अध्यक्षता में जिला स्थापना समिति की बैठक में सात लिपिकों की सेवा संपुष्टि की गयी.
इनमें मझिआंव अंचल के निश्छल राम, मेराल के कुमार गौरव, धुरकी के विनय कुमार, रमना के अनिल कुमार, भवनाथपुर के अशोक कुमार, रंका अंचल के राजेश कच्छप व गढ़वा अनुमंडल कार्यालय के राकेश कुमार की सेवा संपुष्टि की गयी.
वहीं क्षेत्रीय जनजाति उरांव भाषा में अनुत्तीर्ण होने के कारण रामनाथ भगत, इरफान अली, रघुवीर राम, मिथिलेश कुमार, दीपक कुमार पांडेय, उमाकांत पांडेय, राजीव कुमार दुबे, सुरेश राम, आलोक कुमार सिंह, विजय कुमार जायसवाल, रुद्रनारायण पांडेय, शैलेंद्र कुमार, कोमल प्रताप रवि, प्रभा कुंवर, अशोक कुमार राम, संजय कुमार पांडेय, शुभम कमल, प्रोमिला कुमारी, अयोध्या रजक, रविशंकर भारती, प्रेमशंकर पाठक, योगेंद्र कुमार, ललिता कुंवर, सुरेश चरगट, विरेंद्र कुमार मांझी, मीरा वर्मा, विकास रंजन श्रीवास्तव, अमित कुमार, स्वर्गीय सिकंदर समद, रविरंजन कुमार, कलेंद्र प्रजापति, जितेंद्र कुमार पांडेय, सिद्धेश्वर पांडेय, मुरारी मिश्र, आशुतोष कुमार, मो नुमान अंसारी, रामकृष्ण आहडी, विनय कुमार रवि, प्रशांत कुमार पांडेय, रिजवान अंसारी, अश्विनी कुमार श्रीवास्तव की सेवा संपुष्टि को स्थगित रखा गया.
इसी तरह राजस्व कर्मियों में स्वर्गीय यमुना राम, रामदेव राम, बबन प्रसाद गुप्ता, अखिलेश कुमार सिंह, औशफ अहमद खां, विनोद कुमार दुबे, नरेंद्र कुमार, मो मोजीब अहमद, ब्रजकिशोर पांडेय, रमेश पांडेय की सेवा संपुष्टि की गयी.
इनके अलावा शेष 12 राजस्व कर्मचारियों के सेवा संपुष्टि को विभागीय दायित्व पूर्ण नहीं करने के कारण स्थगित रखा गया. अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष केके यादव व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा है कि सेवा संपुष्टि के मामले में नियमों को नजरअंदाज किया गया है.
उन्होंने कहा कि स्थापना समिति की बैठक के पूर्व संघ का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिल कर कर्मचारियों की भावना से अवगत कराया था. तब उपायुक्त ने उन्हें आश्वस्त किया था. उन्होंने कहा कि वे सेवा संपुष्टि पर अपनी आपत्तियों से पुन: उपायुक्त को अवगत करायेंगे, यदि प्रशासन सरकारात्मक विचार नहीं करेगा, तो वे आंदोलन भी कर सकते हैं.