घाटशिला : शक्ति स्वरूपा कमलनयनी, सारी दुनिया कहेला जगतजननी के भावपूर्ण गीतों के बीच घाटशिला अनुमंडल में दुर्गोत्सव चरम पर है. इधर कन्या पूजन के मद्देनजर घाटशिला के दाहीगोड़ा स्थित रामकृष्ण मठ में महाष्टमी के मौके पर शनिवार को रांची की पिउली दास कुंआरी मां के रूप में पूजी गयीं.
मठ के अध्यक्ष नटराजन महाराज ने बताया कि बैलूर मठ की परंपरा के मुताबिक महाष्टमी पर कुंआरी कन्या की पूजा होती है. उन्होंने बताया कि मठ और मिशन में महाष्टमी पर कुंआरी कन्या पूजी जाती है.
चिकित्सक की पुत्री है पिउली
पांच वर्षीय पिउली दास चिकित्सक डॉ वासुदेव दास की पुत्री है. श्री दास ने बताया कि वे कांके अस्पताल में चिकित्सक हैं. उन्होंने बताया कि पिउली की मां मानसी दास का घाटशिला में रिश्तेदार रहते हैं. पिउली दुर्गा पूजा के मौके पर यहां आयी थी. इसी बीच मठ ने उनसे बेटी की पूजा के लिए संपर्क किया, इसलिए पिउली दास को कुंआरी कन्या के रूप में मठ में पूजा गयी.
उन्होंने बताया कि पिउली दास रांची जवाहर विद्या मंदिर में नर्सरी की छात्र है. पूजा के मौके पर पिउली के पिता, मां समेत परिवार के कई सदस्य उपस्थित थे. कुंआरी कन्या की पूजा देखने के लिए मठ में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी. पूजा के बाद मठ के स्वामी समेत श्रद्धालुओं ने पिउली दास का पाव छू कर आशीर्वाद लिया.
गालूडीह में भी कुमारी पूजा
इधर शनिवार को महाष्टमी के दिन गालूडीह के विभिन्न पूजा पंडालों में लोगों की भीड़ उमड़ी. सुबह में कुंवारी पूजा कराने के लिए महिलाओं की खासी भीड़ देखी गयी. दोपहर बाद संधि पूजा में भी पूजा पंडालों में काफी भीड़ उमड़ी. शाम में बलिदान हुआ. बलिदान के समय भी पूजा पंडालों में भक्तों की काफी भीड़ देखी गयी.
हालांकि आज दोपहर से ही मौसम का मिजाज बदलने से उत्साह में थोड़ी कमी जरूर आयी है. दुर्गा पूजा उत्सव को लेकर क्षेत्र में उत्साह है. कई पूजा पंडालों में महासप्तमी के दिन ही रात में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं.
डुमरिया में दुर्गा पूजा
डुमरिया. डुमरिया प्रखंड में दुर्गा पूजा की धूम मची है. वर्षा के बावजूद भी भक्तों की भीड़ पूजा के लिए उमड़ी. डुमरिया सार्वजनिन दुर्गा पूजा कमेटी, बड़ाबोतला सार्वजनिन दुर्गा पूजा कमेटी समेत अन्य कमेटियों द्वारा पूजा की गयी.