टाटा की नजर गालूडीह व आस–पास के गांवों पर, बहुत जल्द ही क्षेत्र के दिन बहुरेंगे
गालूडीह : टाटा स्टील कंपनी की नजर गालूडीह और इसके आसपास के गांवों पर है. इससे इस क्षेत्र के दिन बहुरने की उम्मीद जगी है. पिछले कई साल पूर्व से ही कंपनी एनएच 33 से सटे उलदा गांव में एक बड़े भू–भाग में स्लैग डंपिंग कर रही है. अब वहां कंपनी कोई प्लांट बैठाने की योजना बना रही है.
डंपिंग स्थल पर एक बड़े एरिया में रड बिछा कर ढलाई किया जा रहा है. यहां कार्यालय भी खोला गया है. कंपनी की कई मशीन और अन्य उपकरण भी यहां बैठाये गये हैं. कंपनी यहां क्या प्लांट बैठायेगी, इसका अब तक तो खुलासा नहीं हुआ है, परंतु कंपनी यहां कुछ करने जा रही, यह तय माना जा रहा है.
अगर ऐसा हुआ, तो इस क्षेत्र के दिन बहुरेंगे. टाटा स्टील कंपनी की गतिविधियां भी इस क्षेत्र में बढ़ गयी है. पिछले दिनों उलदा मैदान में टीएसआरडीएस के सौजन्य से फुटबॉल प्रतियोगिता हुई.
ग्रामीण खिलाड़ियों को कीट दिया गया है. टीएएफ में खेलने लिए प्रशिक्षण देने की बात कही गयी और फिर चयन करने की योजना भी बनाये गयी. इसके अलावा भी कंपनी कई सामाजिक कार्यो को इस क्षेत्र में अंजाम दे रहा है.
लोडिंग यार्ड की योजना
उलदा पंचायत भवन के आस पास और सुवर्णरेखा परियोजना के क्वार्टरों के समीप खाली पड़ी जमीन पर टाटा स्टील लोडिंग यार्ड बनाने की योजना बना रही है. खबर हैं कि कंपनी करीब 70-80 एकड़ जमीन चिह्न्ति कर भू–स्वामियों से भी बातचीत की है. उक्त जमीन रेलवे लाइन से सटी है.
प्रस्तावित योजना में इस यार्ड को रेलवे से जोड़ने का प्रावधान भी है. खबर तो यहां तक है कि इसके लिए कंपनी ने रेलवे से बात भी की है. सूत्र बताते हैं पिछले दिनों कंपनी के एक पदाधिकारी ने जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव भी डीसी को सौंपा है. यहां अधिकांश जमीन रैयती है, तो कुछ सरकारी भी है.
साथ ही रेलवे लाइन किनारे स्थित जमीन को कंपनी लोडिंग यार्ड के लिए चिह्न्ति कर आगे की योजना बना रही है. आगे कंपनी ट्रांसपोर्टिग कार्य गालूडीह क्षेत्र से रेलवे के माध्यम से करने की योजना बनायी है.