मुसाबनी:गुजरात के दमन में मजदूरी करने गये फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के युवकों को वहां के एक ठेकेदार ने बंधक बना कर रखा था. तीन माह काम कराने के एवज में सिर्फ खाना दिया गया.
रात में ठेकेदार सुरक्षा कर्मियों संग युवकों से मारपीट करते थे. फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत के 12 मौजा के ग्राम प्रधान फागू राम टुडू को बंधक बनाये एक युवक ने दूरभाष पर इसकी जानकारी दे मदद की गुहार लगायी. युवकों के पास किराये की रकम नहीं थी. ग्राम प्रधान राम टुडू ने दमन में काम करने वाले छामड़ाघुटू के जीत राय बास्के से संपर्क कर घटना की जानकारी दी.
साथ ही इन बंधक बनाये गये युवकों को भाड़ा के लिए उनके बैंक खाते में पांच हजार रुपये भेजे. बंधक बने युवकों ने जीतराय बास्के से भाड़े की रकम पाकर किसी तरह वहां से निकल कर अपने गांव पहुंचे.
गुजरात से वापस लौटे मजदूरों ने सुनायी आपबीती
बंधक बने मजदूरों में बाड़ेदा के संग्राम टुडू, बाबूलाल मार्डी, टीपु सुंडी, डागो सुंडी, राधा साई के जयपाल बानरा समेत सात युवक शामिल हैं. युवकों ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि वे वहां एक नील फैक्ट्री में मजदूरी करते थे. ठेकेदार राजेश चौधरी अपने सहयोगियों के साथ अक्सर उनके साथ मारपीट करता था. मजदूरी नहीं दी गयी. युवकों के पास जॉब कार्ड हैं, लेकिन मनरेगा में इन्हें मजदूरी नहीं मिलती है.