दुमका : पश्चिम बंगाल के नादिया के एक संत पर अपनी बेटी को भगा ले जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है. संत पर मामला दर्ज होने के बाद उक्त युवती कुंती कुमारी (20 वर्ष) गुरुवार को अचानक मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में पेश हुई और अपना बयान दर्ज कराया कि वह बालिग है तथा उसके पिता ने झूठा मामला दायर किया है.
उसने तो किसी ने भगाया है और न ही प्रलोभन देकर गलत काम किया है. 30 अक्तू बर 2013 को उसने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के गैघाटा थाना के पंशीला गांव के सोमेन विश्वास के साथ उसने शादी कर ली है. शादी की यह बात उसने अपने मां-बाप को फोन पर भी बतायी थी.
अपनी मर्जी से शादी करने के बाद मां-बाप ने घर से निकाल दिया था. लिहाजा वह आश्रम चली गयी थी और न्यायालय में बयान देने के बाद वापस आश्रम जा रही है. अदालत ने कहा कि कुंती चूंकि बालिग है और उसने शादी कर ली है, इसलिए वह अपने मरजी से आश्रम जा सकती है. इससे पूर्व कुंती के मां-बाप ने कहा कि उनकी बेटी को रिमांड होम देवघर भेज दिया जाय, लेकिन अदालत ने उनकी मांग को खारिज कर दिया.