दुमका : झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य प्रो अनहद लाल उर्फ अनुज आर्य ने बाल श्रम व बाल पलायन को संताल परगना क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती करार दिया है. उन्होंने कहा कि इस गंभीर विषय को लेकर विशेष जागरूकता चलाये जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि संताल परगना में शिक्षा, स्वास्थ्य, समेकित बाल विकास परियोजना, समेकित बाल संरक्षण योजना, किशोरी शक्ति परियोजना, सर्व शिक्षा अभियान आदि का बेहतर क्रियान्वयन कराते हुए बाल अधिकारों व उनके हितों की रक्षा सुनिश्चित की जायेगी. उन्होंने कहा कि बाल कल्याण समिति,
किशोर न्याय बोर्ड व संप्रेषण गृह के प्रतिनिधि के साथ भी वे जल्द ही बैठक कर विचार विमर्श करेंगे और इन परियोजनाओं के सतत मूल्यांकन व अनुश्रवण पर फोकस करेंगे. प्रो अनहद ने कहा कि संताल परगना में बाल श्रमिक, बाल व्यापार एवं बाल विवाह पर प्रतिबंध आदि को लेकर भी ड्राफ्रट तैयार किया जायेगा.
आरटीइ का अनुपालन सभी निजी स्कूलों में सुनिश्चित कराते हुए बीपीएल बच्चों का नामांकन कराया जायेगा. साथ ही सभी स्कूलों में एमडीएम, आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू इट शत-प्रतिशत मिले, इसके लिए भी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे. नामांकन के लिए चल रहे विद्यालय चले चलायें अभियान के बाद ठहराव के लिए प्रयास किया जायेगा.