दुमका : नक्सलवाद व अपराध नियंत्रण को लेकर उपराजधानी दुमका में पश्चिम बंगाल व झारखंड के पुलिस पदाधिकारियों की समन्वय बैठक गुरुवार को सूचना भवन सभागार में हुई.
इस बैठक में अपराध व अपराधकर्मियों से संबंधित सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में एक साथ-अपने-अपने इलाकों में कार्रवाई करने की रणनीति पर चर्चा हुई.
दो घंटे तक चली इस बैठक में पिछले महीने कोलकाता में तीन राज्यों झारखंड, पश्चिम बंगाल व ओड़िसा के पुलिस महानिदेशक की बैठक में लिये गये निर्णय के कार्यान्वयन पर भी चर्चा की गयी.
बैठक में दुमका प्रक्षेत्र के आइजी डॉ अरुण उरांव, डीआइजी ददन जी शर्मा, पश्चिम बंगाल से आसनसोल-दुर्गापुर प्रक्षेत्र के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार नंद, पश्चिमी जोन वर्धमान के आइजी शिवनाथ प्रसाद गुप्ता, मुर्शिदाबाद के एसपी डॉ हुमायूं कबीर, पुरुलिया के एसपी सी सुधाकर, वीरभूम के एसपी मुरलीधर, पाकुड़ के एसपी मयूर पटेल कन्हैयालाल, साहेबगंज की ए विजयलक्ष्मी एवं दुमका के एसपी हेमंत टोप्पो उपस्थित थे.
अवैध विस्फोटक के ढोनेवाले परिवहन पर होगी कड़ी चौकसी
बैठक में पश्चिम बंगाल के मालदा सहित अन्य क्षेत्रों से होते हुए सीमावर्ती इलाकों में पहुंचने वाले नकली नोट पर अंकुश लगाने पर भी चर्चा हुई. पुलिस कमिश्नर अजय नंद ने कहा कि उनका इलाका औद्योगिक क्षेत्र है.
वहां से नक्सली संगठन अपने लिए साधन जुटाते हैं और जो नक्सली संगठन छोड़ते हैं, वे भी औद्योगिक क्षेत्र की ओर रुख करते हैं. ऐसे में सूचनाओं के आदान-प्रदान से नक्लसली वारदातों के नियंत्रण में काफी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा : अवैध विस्फोटक के परिवहन को लेकर भी कड़ी चौकसी बरती जा रही है. इसके लिए सप्लायरों को कड़े निर्देश दिये गये हैं, ताकि अनाधिकृत हाथों तक या फिर नक्सली संगठनों तक वह न पहुंचे.
बांग्लादेशी युवती तानिया के वतन वापसी पर चर्चा
बांग्लादेश मूल की युवती तानिया खातून के वतन वापस पर भी इस अंतरराज्यीय बैठक में चर्चा हुई. उसके लिए संबंधित कागजात तैयार कर विभागीय अनुमति के बाद बांग्लादेश भेजे जाने की पहल होगी.
किसने क्या कहा
‘‘झारखंड और पश्चिम बंगाल के पुलिस के संबंध एवं समन्वय पहले से ही बेहतर रहे हैं. इस बैठक के बात हमारा समन्वय और बेहतर होगा. उग्रवाद और अपराध पर अंकुश लगाने में सफलता मिलेगी’’
शिवनाथ प्रसाद गुप्ता, आइजी, वर्धमान
‘‘यह पांचवी बैठक है. पश्चिम बंगाल और झारखंड की पुलिस ने समन्वय कायम कर अपराध एवं नक्सलवाद नियंत्रण पर कई मिसाल कायम किया है. आगे भी इसके बेहतर परिणाम आयेंगे.’’
डॉ अरुण उरांव, आईजी, दुमका प्रक्षेत्र