संतालपरगना क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार दफ्तर में कार्रवाई
दुमका : एंटी करप्शन ब्यूरो ने प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में संचालित संताल परगना क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के हेड क्लर्क सहित दो को रिश्वत लेते रंगेहाथ धर दबोचा है. हेड क्लर्क संजीव कुमार दूबे और विभाग के कथित दलाल प्रियनाथ तिवारी को शुक्रवार की दोपहर रिश्वत लेते पकड़ा गया. दिलचस्प बात यह थी कि जिस
एसीबी ने रिश्वत लेते…
प्रमंडलीय कार्यालय के भवन में प्राधिकार का उक्त कार्यालय संचालित है, उसी भवन में एंटी करप्शन ब्यूरो का दफ्तर भी है. परिवहन विभाग में पैसे लिए बिना काम नहीं होता, यह चर्चा पहले से होती रही थी, पर वहां के कर्मी इतने बेखौफ रिश्वत लेते थे जिसका अंदाजा आम लोगों की तरह एसीबी को भी नहीं था.
पहले भी जेल जा चुके हैं संजीव कुमार दूबे : संजीव कुमार दूबे एक अन्य मामले में पहले भी जेल जा चुके हैं. उस वक्त वे प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में कार्यरत थे. उसके बाद जब वे जेल से बाहर आये, तब उन्हें क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया था.
श्रावणी मेले के लिए परमिट देने में मांगे गये थे रुपये : शिकायतकर्ता संजय चौधरी बस मालिक हैं और बस ऑनर एसोसियेशन के अध्यक्ष भी हैं. उन्हें 20 जुलाई को ही श्रावणी मेला के बावत बस परिचालन के लिए परमिट जारी कर दी गयी थी, पर इस परमिट को देने में पैसे की मांग की जा रही थी. निगरानी के एसपी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने बताया कि शिकायतकर्ता संजय चौधरी ने शिकायत की थी कि परमिट के लिए उनसे पैसे की मांग की जा रही है. संजय के मुताबिक वे मामले में आरटीओ से भी मिले थे, लेकिन वहां भी यही कहा गया कि जैसा कहा गया, वैसा ही वे करें. जिसके बाद वे एसीबी के संपर्क में आये और आज जाल बिछाकर पैसे लेते दोनों को पकड़ लिया गया. एसपी ने बताया कि आरटीओ केके प्रभात की संलिप्तता है या नहीं, यह अनुसंधान के बाद ही स्पष्ट होगा.
हेड क्लर्क व एक दलाल को दबाेचा गया
श्रावणी मेले में बस परमिट देने में मांगे गये थे रुपये
आरटीओ की संलिप्तता का पता जांच के बाद लगेगा : निगरानी एसपी