21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

रात के अंधेरे में नकाबपोशों ने निगम के अभियंता का घर खुलवा की मारपीट

धमकी: जैसी व्यवस्था है चलने दें, नहीं दो धनबाद से जिंदा जाने नहीं देंगे कार्यपालक अभियंता ने सदर थाना में की लिखित शिकायत धनबाद : नगर निगम के कार्यपालक अभियंता योगेंद्र सिंह के विनोद नगर स्थित आवास पर शनिवार की रात कुछ नकाबपोश लोगों ने उनके साथ गाली गलौज और मारपीट की. कहा कि निगम […]

धमकी: जैसी व्यवस्था है चलने दें, नहीं दो धनबाद से जिंदा जाने नहीं देंगे

कार्यपालक अभियंता ने सदर थाना में की लिखित शिकायत
धनबाद : नगर निगम के कार्यपालक अभियंता योगेंद्र सिंह के विनोद नगर स्थित आवास पर शनिवार की रात कुछ नकाबपोश लोगों ने उनके साथ गाली गलौज और मारपीट की. कहा कि निगम में जैसी व्यवस्था चल रही है, उसे चलने दें. नहीं तो धनबाद से जिंदा जाने नहीं देंगे. घटना रात के करीब दस बजे की है. उस समय विनोद नगर में बिजली कटी हुई थी. कुछ लोग आये और दरवाजा खटखटाया. कार्यपालक अभियंता के दरवाजा खोलते ही चारों नकाबपोश उन्हें पीटने लगे और भद्दी-भद्दी गाली दी.
काम में अड़ंगा लगाने पर जान से जान से मारने की धमकी दी. घटना की सूचना उन्होंने अपने वरीय पदाधिकारी को दी. रविवार को कार्यपालक अभियंता श्री सिंह ने मामले की लिखित शिकायत धनबाद थाना में की है. अभियंता की शिकायत पर सदर थाना प्रभारी ने जांच शुरू कर दी है.
क्या है मामला: कार्यपालक अभियंता योगेंद्र सिंह ने पिछले दिनों ही नगर निगम में योगदान दिया है. कुछ मामले में उन्होंने कड़ा स्टेप भी लिया. कमला कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्टेड करने की अनुशंसा की. 14 वें वित्त आयोग के फंड से 1.75 करोड़ की लागत से बन रही सड़क का प्राक्कलन अधिक होने पर योजना पर रोक लगायी. शौचालय निर्माण में गड़बड़ी पकड़ी और फिर से निर्माण का आदेश दिया. इसके अलावा कई और मामले पर उन्होंने कड़ा स्टेप लिया.
कार्यपालक अभियंता की इस कार्रवाई से न सिर्फ ठेकेदार, बल्कि निगम के अधिकारी भी सकते में हैं. शनिवार को हुई घटना को उपरोक्त मामलों से जोड़ा जा रहा है. हालांकि पुलिस अनुसंधान में मामला खुल कर सामने आयेगा.
सत्संगी हूं, गलत नहीं होने दूंगा : कार्यपालक अभियंता
कार्यपालक अभियंता योगेंद्र सिंह ने कहा कि सत्संगी आदमी हूं, गलत नहीं होने दूंगा. जो मेरा दायित्व है उसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाऊंगा. कमला कंस्ट्रक्शन का एक्सपीरियेंस सर्टिफिकेट गलत था. पूरी जांच के बाद कमला कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्टेड करने की अनुशंसा की गयी. तेतुलमारी में 1.75 करोड़ की सड़क का टेंडर राणा उदय प्रताप सिंह को मिला है. यहां 20 लाख से अधिक का ओवर स्टीमेट है. कम्युनिटी शौचालय की जांच में गड़बड़ी मिली थी. उसे तोड़कर फिर से बनाने का निर्देश दिया गया है. जो गलत है, उसे प्रश्रय नहीं दिया जायेगा.
ईमानदार अधिकारी हैं कार्यपालक अभियंता : मेयर
मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि कार्यपालक अभियंता योगेंद्र सिंह एक ईमानदार अधिकारी हैं. गलत काम को वह कभी प्रश्रय नहीं देते हैं. निगम के कुछ कर्मी भी इनके काम से नाखुश हैं. शनिवार की घटना में निगम कर्मियों की भी संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है. कार्यपालक अभियंता ने एफआइआर दर्ज करा दी है. आगे की कार्रवाई जिला प्रशासन की स्तर से होनी है.
16 प्रतिशत तक बंटता है कमीशन : पार्षद
पार्षद अशोक पाल ने कहा कि नगर निगम लूट का अड्डा बन गया है. एक ईमानदार अधिकारी से क्या होगा? ऊपर से लेकर नीचे तक लूट की खुली छूट है. बिना कमीशन के कोई फाइल एक कदम आगे नहीं बढ़ती है. योजना के एग्रीमेंट से कमीशन शुरू होता है और चेक मिलने तक 16 प्रतिशत तक कमीशन बंटता है. ऐसे में योजना पर क्या काम होता है, यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. संवेदकों के मुताबिक एग्रीमेंट के समय आधा प्रतिशत कमीशन लिया जाता है.
इसके बाद कनीय अभियंता पांच प्रतिशत, दो से तीन प्रतिशत सहायक अभियंता, दो प्रतिशत कार्यपालक अभियंता, एक प्रतिशत मुख्य अभियंता, एक प्रतिशत उप नगर आयुक्त-अपर नगर आयुक्त, दो प्रतिशत नगर आयुक्त, डिप्टी मेयर दो प्रतिशत, क्षमता के अनुसार दो से तीन प्रतिशत पार्षद कमीशन लेते हैं.
कमीशन के कारण योजना की जांच नहीं होती. सांठगांठ से योजना का प्राक्कलन अधिक बनता है. यह खेल पिछले बोर्ड के कार्यकाल में भी खूब चला. नयी बोर्ड आने के बाद उम्मीद थी कि व्यवस्था में सुधार होगा. लेकिन नयी बोर्ड के कार्यकाल में भी लूट की छूट है. जैसे ठेकेदार चाहते हैं वैसे काम होता है. योजना पर कैसा काम हो रहा है, इसको देखनेवाला कोई नहीं है. निगम अधिकारियों को सिर्फ कमीशन चाहिए.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें