धनबाद: पुलिस की स्पेशल टीम नीरज व रंजय हत्याकांड में वांछित शूटरों की तलाश में छापामारी कर रही है. चार अलग-अलग टीम बिहार व यूपी में सक्रिय है. पुलिस नीरज हत्याकांड में वांछित संतोष, पंकज, विजय व मोनू की तलाश कर रही है. पुलिस को छानबीन में पता चला है कि संतोष ने पंकज, विजय […]
धनबाद: पुलिस की स्पेशल टीम नीरज व रंजय हत्याकांड में वांछित शूटरों की तलाश में छापामारी कर रही है. चार अलग-अलग टीम बिहार व यूपी में सक्रिय है. पुलिस नीरज हत्याकांड में वांछित संतोष, पंकज, विजय व मोनू की तलाश कर रही है. पुलिस को छानबीन में पता चला है कि संतोष ने पंकज, विजय व मोनू समेत चारों शूटरों को बुलाया था. पुलिस के लिए सबसे बड़ी परेशानी चारों अपराधियों के मोबाइल नंबर का नहीं होना है. चारों द्वारा पूर्व में उपयोग किया गया मोबाइल 22 मार्च से लगातार बंद मिल रहा है.
दो के मोबाइल नंबर तो दूसरे के नाम पर था. मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस चारों से संपर्क रखने वाले दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है. चारों की गिरफ्तारी के लिए धनबाद पुलिस ने यूपी व बिहार एसटीएफ से मदद मांगी है. चारों का फोटो दोनों राज्यों की पुलिस को उपलब्ध कराया गया है. संतोष का सुराग पाने के लिए पुलिस ने रंजय के दो संबंधियों से पूछताछ की है. संतोष से मोबाइल पर बातचीत करने वाले झरिया, धनबाद व सरायढेला थाना क्षेत्र के तीन युवकों को पुलिस ने थाना लाकर पूछताछ की है.
सिंह मैंशन के तल्ख तेवर व रंजय की पत्नी रूमी देवी के बयान के बाद पुलिस रंजय हत्याकांड में रेस हो गयी है. वैसे पुलिस की एक टीम रंजय हत्याकांड में वांछित नंद कुमार सिंह सिंह उर्फ बबलू मामा उर्फ मामा की खोज में तीन दिनों से भोजपुर में कैंप कर रही है. पुलिस ने मामा के दो संबंधियों को तलब किया है. पुलिस मामा से संबंध रखने वाले धनबाद के लोगों पर दबाव बनाने की तैयारी में है. पुलिस दबिश के कारण मामा भी सरेंडर कर सकता है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामा की फरारी में आर्थिक परेशानी सामने आ रही है. मामा को भी बाहर रहने में खतरा है. चर्चा है कि जान पर खतरे से बचने के लिए वह पुलिस या कोर्ट की शरण में आ सकता है.
जेल में विधायक के खून की जांच, प्रतिदिन नहीं करेंगे मुलाकात
नीरज हत्याकांड में न्यायिक हिरासत में जेल भेज गये झरिया विधायक संजीव सिंह का ब्लड प्रेशर लगातार लो रह रहा है. प्रेशर लो रहने के कारण सिर में दर्द व चक्कर आते रहता है. डॉक्टर प्रतिदिन विधायक की जेल में जांच कर रहे हैं. विधायक के खून समेत अन्य जांच की गयी है. डॉक्टरों ने विधायक को पौष्टिक भोजन लेने व उपवास से मना किया है. विधायक जेल मैनुअल के अनुसार अब प्रतिदिन मुलाकातियों ने नहीं मिलेंगे. विधायक ने अपने समर्थकों से कह दिया है कि वह रोज-रोज मंडल कारा नहीं आयें.
नियमानुसार आवश्यक हो तो सप्ताह में एक दिन मुलाकाती के दिन ही आयें. मजदूरों की समस्याओं के निदान के लिए जमसं ऑफिस कतरास मोड़ में केडी पांडेय समेत अन्य नेताओं को मौजूद रहने को कहा गया है. मैंशन में भी मजदूर अपनी समस्या लेकर विधायक की मां कुंती देवी से मिल रहे हैं. विधायक ने अपने परिजनों को भी बेवजह जेल आने से मना कर दिया है. यही कारण है कि मां समेत अन्य लोग विधायक से जेल में मिलने नहीं गये हैं. मैनुअल के अनुसार वह फोन पर परिजनों से बात करते हैं. विधायक को दोनों टाइम घर से ही खाना जाता है. जेल के अंदर भी विधायक ज्यादा कैदियों से नहीं मिलते हैं. जेल प्रबंधन को विधायक की सुरक्षा के मद्देनजर एहतियात बरतने को कहा है.
पुलिस ने नीरज की डेथ रिपोर्ट नहीं भेजी
आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के एक मामले की सुनवाई शनिवार को न्यायिक दंडाधिकारी श्रीमती स्वीटी विजय उपाध्याय की अदालत में हुई. अदालत में भाजपा के झरिया विधायक संजीव सिंह गैर हाजिर थे. उनके अधिवक्ता जावेद ने दंप्रसं कि धारा 317 का आवेदन दायर किया. पुलिस ने धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह की डेथ रिपोर्ट को कोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया. अदालत ने पिछली तिथि को पुलिस से उनका डेेथ रिपोर्ट तलब की थी. अदालत ने सुनवाई की अगली तिथि 30 मई 17 निर्धारित कर दी. विदित हो कि 8 दिसंबर 14 को विधानसभा चुनाव के दौरान बरारी मोड़ पर पार्टी का झंडा लगाया गया. जिसके कारण आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ था. चुड़का मुर्मू ने जोरापोखर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.