पत्र में कहा गया है कि थाना स्तर के पदाधिकारी व इंस्पेक्टरों द्वारा समय-समय पर नक्सलियों व अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ विस्फोटक व आपत्तिजनक समानों की बरामदगी की जाती है. पदाधिकारियों का यह प्रशंसनीय कार्य है. प्राय: देखा जाता है कि ऐसी उपलब्धियों के बाद एसपी द्वारा आयोजित प्रेसवार्ता में संबंधित पदाधिकारियों को दरकिनार कर दिया जाता है.
गिरफ्तार उग्रवादियों व अपराधियों के साथ खड़ा कर दिया जाता है. इससे उनका मनोबल गिरता है. पुलिस हस्तक नियम 695 में विहित प्रावधानों के अनुसार प्रेस वार्ता में थाना स्तर के अफसर, इंस्पेक्टरों को उचित सम्मान के साथ कुरसी प्रदान की जाये ताकि उनका मनोबल बना रहे.