धनबाद : झरिया विधायक संजीव सिंह के करीबी रंजय सिंह (28) को रविवार की शाम धनबाद बिग बाजार के समीप गोलियों से भून दिया गया. रंजय को आनन-फानन में इलाज के लिए सेंट्रल अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी. घटना की सूचना पाकर एसएसपी मनोज रतन चोथे, सिटी एसपी अंशुमान कुमार, डीएसपी डीएन बंका, सरायढेला थानेदार अरविंद कुमार पुलिस के साथ सेंट्रल अस्पताल में मौजूद हैं. विवाद की आशंका को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुला लिया गया है.
रंजय सिंह, भगतडीह माडा कॉलोनी निवासी रिटायर्ड माडाकर्मी बच्चू सिंह का छोटा बेटा था. रंजय ने हाल ही में सरायढेला नीलांचल कॉलोनी में फ्लैट खरीदा था. सिंह मैंशन से रंजय पौने पांच बजे स्कूटी (जेएचएजी-5737) से अपने नीलांचल कॉलोनी फ्लैट गया. स्कूटी पर मेंशन का ही स्टॉफ राजा यादव (लक्ष्मणपुर, रोहतास) पीछे बैठा हुआ था. राजा ने पूरी घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि रंजय सिंह फ्लैट में गये और चाय पीकर साथ में लौट रहे थे. नीरज सिंह के घर (रघुकुल) के पास खड़ा दो आदमी आया और रंजय सिंह पर गोली चलाने लगा. रंजय सिंह (भैया) गिर गये. लात मारकर उसे भी गिरा दिया. वह भागने लगा. दोनों आदमी ने कई बार रंजय सिंह के सिर पर गोली मारी.
गोली से घायल रंजय सिंह जमीन पर खून से लथपथ होकर सड़क पर काफी देर तक गिरे रहे. मौके पर भीड़ जुट गयी. बगल में ठेला दुकानदार समेत अन्य लोग भागने लगे. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. मौके से चार खोखा बरामद की गयी है. सिंह मेंशन के लोग भी पहुंच गये. रंजन को आनन-फानन में सेंट्रल अस्पताल ले जा गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.रंजय संजीव के साथ साये की तरह रहता था. संजीव अपने भाई-भतीजे की तरह उसे मानते थेसंजीव के काफिले में रंजय अपनी स्कॉर्पियो से रहता था. सेंट्रल अस्पताल में मेंशन समर्थकों की भीड़ लगी हुई है. अस्पताल में संजीव ने एसएसपी को को बताया कि उनको मारने की साजिश थी. वह नहीं मिले तो रंजय को मार दिया गया. रंजन उनका भाई-भतीजा की तरह था.