धनबाद: बीसीसीएल के सतर्कता विभाग की ओर से गुरुवार को असैनिक अभियंताओं के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन निदेशक (वित्त)अमिताभ साहा, निदेशक (कार्मिक) बीके पांडा, मुख्य सतर्कता अधिकारी पीके सिन्हा, पूर्व उप प्रबंधक चंद्रमौली चट्टोपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर किया. अपने संबोधन में निदेशक( वित्त) ने कहा कि लोगों में सतर्कता अंदर से आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कंपनी के चहुंमुखी विकास में सभी लोगों का योगदान रहा है.
निदेशक(कार्मिक) बीके पांडा ने कहा कि सामान्य ज्ञान के द्वारा ही सामान्य अनियमितताओं को दूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि एनआइटी में सेवा शर्तो को सावधानी पूर्वक देना चाहिए. ठेकेदार मजदूरों का न्यूनतम मजदूरी एवं संवैधनिक भुगतान पर ध्यान देना चाहिए. मुख्य सतर्कता अधिकारी पीके सिन्हा ने कहा कि बीसीसीएल ने उत्पादन – उत्पादकता एवं अन्य क्षेत्रों में काफी प्रगति की है साथ ही साथ सतर्कता एवं प्रबंधन के सहयोग से कार्यप्रणाली में सुधार एवं पारदर्शिता आयी है.
कार्यक्रम में महाप्रबंधक (सतर्कता) डीके चंद्राकर, मानव संसाधन विभाग के महाप्रबंधक एमएन झा, महाप्रबंधक (असैनिक) आरएम प्रसाद के अलावा सभी क्षेत्रों एवं मुख्यालय के असैनिक अभियंता उपस्थित थे. इससे पहले इएमटीआइ, धनसार के प्राचार्य डीके मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया. दूसरे सत्र में मुख्य सतर्कता पदाधिकारी श्री सिन्हा ने प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर दिये. कार्यक्रम को सफल बनाने में एचएन मिश्र, एसजेए जाफरी, एसके ठाकुर, कुमार मनोज ने अहम भूमिका निभायी.