धनबाद : नगर निगम ने दुकानों का किराया भी चेक से लेने का फैसला लिया है. एक-दो दिनों में इसकी अधिसूचना जारी की जायेगी. नगर आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि नगर निगम आय के सभी स्रोतों को कैश लेस बनायेगा. प्रोपर्टी, वाटर व ट्रेड लाइसेंस को कैश लेस भुगतान का निर्णय पहले ही लिया […]
धनबाद : नगर निगम ने दुकानों का किराया भी चेक से लेने का फैसला लिया है. एक-दो दिनों में इसकी अधिसूचना जारी की जायेगी. नगर आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि नगर निगम आय के सभी स्रोतों को कैश लेस बनायेगा. प्रोपर्टी, वाटर व ट्रेड लाइसेंस को कैश लेस भुगतान का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है.
दुकानों का किराया, धर्मशाला का लाइसेंस फी आदि भी कैश लेस लिये जायेंगे. दुकानों का किराया चेक से लिया जायेगा. नगर निगम में स्वाइप मशीन की स्टॉलेशन हो चुकी है. लिंक नहीं मिलने के कारण थोड़ी समस्या आ रही है. एक-दो दिनों में स्वाइप कर ही टैक्स का भुगतान लिया जायेगा.
प्रोपर्टी व वाटर यूजर चार्ज के लिए दो बार करना होगा स्वाइप :
प्रोपर्टी व वाटर यूजर चार्ज के लिए लाभुकों को दो बार स्वाइप करना होगा. प्रोपर्टी, वाटर यूजर चार्ज व ट्रेड लाइसेंस के लिए अलग-अलग एकाउंट है. वैसे लाभुक जिनके पास वाटर कनेक्शन है, उन्हें प्रोपर्टी टैक्स व वाटर यूजर चार्ज के लिए अलग-अलग टैक्स भरना होगा.
पेच में फंसा रजिस्ट्री विभाग : रजिस्ट्री विभाग में सोमवार को पुरानी व्यवस्था के तहत जमीन व मकान की रजिस्ट्री की गयी. यहां एसबीआइ का स्वाइप मशीन इंस्टॉल किया गया है लेकिन लिंक की समस्या के कारण मशीन सोमवार को चालू नहीं हो सकी. इधर, अवर निबंधक संतोष कुमार की मानें तो स्वाइप से रजिस्ट्री शुल्क लेने में थोड़ी परेशानी हो रही है. एक तो कैश हैंडलिंग चार्ज का मामला सामने आ रहा है. वहीं दूसरी ओर स्वाइप मशीन से ट्रांजेक्शन का शुल्क कौन देगा यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है. विभाग का आदेश आने के बाद ही कैश लेस व्यवस्था शुरू की जायेगी.