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दारोगा संतोष रजक ने मारी थी चालक को गोली

राजगंज कांड. सीआइडी की जांच पूरी अभय कुमार धनबाद : सीआइडी की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है कि धनबाद जिला स्थित राजगंज थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर 13 जून 2016 की देर रात चमड़ा लदे ट्रक के मालिक सह चालक मोहम्मद नाजिम के साथ पुलिस की मुठभेड़ नहीं हुई थी. नाजिम ने पुलिस […]

राजगंज कांड. सीआइडी की जांच पूरी

अभय कुमार

धनबाद : सीआइडी की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है कि धनबाद जिला स्थित राजगंज थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर 13 जून 2016 की देर रात चमड़ा लदे ट्रक के मालिक सह चालक मोहम्मद नाजिम के साथ पुलिस की मुठभेड़ नहीं हुई थी. नाजिम ने पुलिस पर कोई फायरिंग नहीं की थी.

पुलिस टीम में शामिल दारोगा सह हरिहरपुर थाने के तत्कालीन थानेदार संतोष कुमार रजक ने मोहम्मद नाजिम को गोली मार दी थी. सीआइडी एसपी सह कांड के अनुसंधान पदाधिकारी आमोल वेणुकांत होमकर की जांच रिपोर्ट पर रांची के डीआइजी रविकांत धान ने सुपरविजन दे दिया है. सुपरविजन सीआइडी एसपी को मिल भी गया है. डीआइजी ने तोपचांची थाने में दारोगा संतोष रजक की ओर से दर्ज केस (नं 98/2016), ट्रक मालिक मोहम्मद नाजिम के भाई जाकिर की ओर से राजगंज थाने में दर्ज केस (नं 27/2016) और तोपचांची थानेदार उमेश कच्छप की आत्महत्या से संबंधित तोपचांची में दर्ज यूडी (नं 05/2016) में सुपरविजन दिया है.

पुलिस ने दर्ज की झूठी प्राथमिकी : डीआइजी के सुपरविजन में कहा गया है कि गोली मारे जाने के बाद चालक नाजिम को आनन-फानन में स्थानीय निजी नर्सिंग होम ले जाया गया. इसके बाद पुलिस उसे पीएमसीएच ले गयी और भरती करा कर चली आयी. सुपरविजन में कहा गया है कि मामले में पुलिस ने अपनी गलती पर परदा डालने के लिए झूठी प्राथमिकी दर्ज करायी. यही नहीं, घटना के वक्त पुलिस जांच टीम में तोपचांची के तत्कालीन थाना प्रभारी उमेश कच्छप भी शामिल थे. 18 जून, 2016 को इसी कांड में कथित रूप से पुलिस की गलती पर परदा डालने के दबाव में थाना प्रभारी उमेश कच्छप की मौत हो गयी.

डीआइजी के सुपरविजन में पूरा घटनाक्रम : डीआइजी के सुपरविजन में कहा गया है कि तोपचांची थाना क्षेत्र स्थित शान-ए-पंजाब होटल के समीप 13 जून, 2016 की आधी रात के बाद बाघमारा के तत्कालीन डीएसपी मजरुल होदा के नेतृत्व में पुलिस बल चमड़ा लदे वाहनों की चेकिंग कर रहा था.

चेकिंग में तोपचांची इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार मिश्रा, तोपचांची थानेदार उमेश कच्छप व हरिहरपुर थानेदार संतोष रजक समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे. चेकिंग के दौरान उत्तर प्रदेश से आया चमड़ा लदा ट्रक डीएसपी की स्कार्पियो में धक्का मार कर राजगंज थाने की ओर भागने लगा. स्कार्पियो से ही पुलिस टीम ने ट्रक का पीछा किया.

स्कार्पियो में डीएसपी के साथ हरिहरपुर व तोपचांची थानेदार भी थे. इन पुलिस अधिकारियों की सूचना पर राजगंज पुलिस ने चोकिंग लगा रोड जाम कर दिया. चमड़ा लदा ट्रक पहुंचा. जाम के कारण ट्रक खड़ा कर चालक व खलासी उतर कर राजगंज थाने की ओर भागने लगे. पीछे से स्कार्पियो पर सवाल पुलिस टीम भी पहुंच गयी. दारोगा संतोष रजक मालिक सह चालक मो नाजिम के साथ मारपीट करने लगे. नाजिम भागने की कोशिश करता रहा. इसी बीच दारोगा संतोष रजक ने नाजिम को गोली मार दी. वह गोली लगते ही बेहोश होकर गिर गया. ट्रक के सह चालक मोहम्मद नफीस व खलासी मोहम्मद जाकिर के साथ भी मारपीट की गयी. जख्मी ट्रक चालक को पुलिस ने निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच में भरती कराया.

नाजिम के पास नहीं था कोई हथियार

डीआइजी के सुपरविजन में कहा गया है कि ट्रक चालक नाजिम तोपचांची में चेकिंग में बिना नंबर की स्कार्पियो व सादे लिवास में पुलिस वालों को पहचान नहीं पाया. ट्रक चालक को लगा कि अपराधी वाहन रोकवा रहे हैं. ट्रक चालक व खलासी के पास कोई हथियार नहीं था. पर दारोगा संतोष रजक की ओर से तोपचांची थाना में दर्ज केस 98-2016 में चालक के पास से पिस्टल व गोली की बरामदगी दिखायी गयी. पुलिस के साथ मारपीट, धक्का-मुक्की व गोली चलाने और हथियार व गोली बरामदगी का कोई साक्ष्य नहीं मिला है.

डीएसपी व इंस्पेक्टर भी दोषी

सीआइडी जांच में बाघमारा के तत्कालीन डीएसपी मजरुल होदा व तोपचांची अंचल के पुलिस निरीक्षक धीरेंद्र कुमार मिश्रा को भी दोषी पाया गया है. तोपचांची थाना क्षेत्र के भुईयां चितरो पेट्रोल पंप में 13 जून की देर शाम डकैती हुई थी. डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानेदार घटनास्थल पर गये थे. इस केस में घटनास्थल पर जाकर छानबीन के बाद कोई कार्रवाई के बजाय पुलिस टीम चेकिंग में चली गयी. चेकिंग की सूचना धनबाद एसएसपी को नहीं दी गयी. डीएसपी मजरुल होदा के खिलाफ अनुशासनात्मक व विभागीय कार्यवाही करने की अनुशंसा की गयी है.

डीएसपी पर लापरवाही के साथ गैर जिम्मेदार कार्य करने का आरोप है. तोपचांची इंस्पेक्टर धीरेंद्र मिश्रा को भी दोषी ठहराया गया है. जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि उमेश कच्छप पुलिस टीम में शामिल थे. दारोगा संतोष रजक के प्रतिवेदन पर केस दर्ज किया. जब्ती सूची बनायी. केस डायरी में भी इसका उल्लेख है.

हम संतोष हैं, हमसे कोई नहीं बचता

जख्मी यूपी के ट्रक मालिक सह चालक मोहम्मद नाजिम ने 25 अक्तूबर को रांची में डीआइजी रविकांत धान के समक्ष अपना बजान दर्ज कराया था. नाजिम ने डीआइजी को कहा कि संतोष रजक ने ट्रक को पीछा कर उसके सिर में गोली मार दी. डीआइजी को दिये बयान में नाजिम ने कहा है कि “उसने 08 जून को हापुड़ से चमड़ा लोड किया, जिसे कोलकाता ले जाना था.

माल लेकर वह अपने गांव तुरतीपुरिला चल गया. दो दिन बाद 10 जून को वह गांव से कोलकाता के लिए निकला. ट्रक पर सहयोगी चालक नफीस व खलासी जाकिर थे. तोपचांची थाना क्षेत्र के शान-ए-पंजाब होटल के पास 13 जून की रात लगभग डेढ़ बजे उसने ट्रक खड़ा कर दिया था. ट्रक में ही खाना बना रहा था. खलासी को चाय लाने को कहा.

तभी बिना नंबर की स्कार्पियो से कुछ लोग आये. वह समझा कि अपराधी होंगे. खलासी व चालक के साथ ट्रक को तेजी से कोलकाता की ओर भाग ले जाने लगा. स्कार्पियो कुछ दूर आगे जाकर ओवरटेक करना चाही, तो धक्का मारते हुए भागा. फोन से घटना की जानकारी अपने पिताजी को दी.

पिताजी ने कहा कि अपराधी हो सकते हैं, तुम गाड़ी तेजी से भगाओ और आगे जहां थाना हो रोक कर वहां बताना. ट्रक वह तेजी से भगाता रहा. राजगंज थाना के समीप जाम लगा था. कंटेनर आगे खड़ी थी. वह ट्रक रोक दाहिनी लाइन में भागने लगा तो स्कार्पियो से लोग वहां पहुंच गये. पीछा करते हुए एक व्यक्ति ने कहा कि ‘हम संतोष हैं. हमसे कोई नहीं बचता.’ उसने भागने का प्रयास किया तो रोक कर संतोष रजक ने दाहिने कान के ऊपर सिर में गोली मार दी. वह बेहोश होकर गिर गया. फिर क्या हुआ पता नहीं? होश आने पर पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित मिशन हॉस्पिटल में था.

एसपी की जांच रिपोर्ट पर डीआइजी का सुपरविजन

13 जून, 2016 की रात हरिहरपुर थाना के तत्कालीन प्रभारी संतोष रजक द्वारा चमड़ा लदे ट्रक के चालक मोहम्मद नाजिम को गोली मारने का मामला

जांच रिपोर्ट की खास बातें

गलत निकली चालक के साथ पुलिस की मुठभेड़ की बात

दारोगा संतोष रजक की ओर से दर्ज प्राथमिकी झूठी

ट्रक चालक को गोली मारने में संतोष रजक बनेगा अभियुक्त

पुलिस टीम में शामिल थे तोपचांची थानेदार उमेश कच्छप

संतोष रजक को बनाया जायेगा अभियुक्त

नाजिम के भाई जाकिर की ओर से भी राजगंज थाना में पुलिस वालों द्वारा नाजिम को गोली मारने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. सीआइडी जांच व डीआइजी के सुपरविजन में इसे सही पाया गया है. केस में अब संतोष रजक को अभियुक्त बनाया जायेगा.

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