कतरास: गजलीटांड़ में चल रही आरके माइनिंग आउटसोर्सिग में दो सौ बेरोजगारों को नौकरी देने की मांग को भदरीचक ग्रामीण एकता मंच के बैनर तले 28 जनवरी से धरना पर बैठे ग्रामीणों को शनिवार को पुलिस ने बलपूर्वक उठा दिया. विरोध में ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया.
पुलिस ने लाठीचार्ज किया. कई आंदोलनकारी चोटिल हो गये. दो जवानों के भी घायल होने की खबर है. धरनास्थल से दस लोगों को गिरफ्तार कर थाना लाया गया है. पुलिस ने बाजा, दो बाइक, लाठी, खाना बनाने के बरतन आदि सामान जब्त कर लिया है. वहीं ग्रामीणों द्वारा लगाये गये टेंट को उखाड़ कर फेंक दिया गया है.
क्या है मामला : ग्रामीणों के साथ प्रबंधन की दो चरण की वार्ता विफल हो गयी थी. इसके बाद गजलीटांड़ के पीओ टीके चक्रवर्ती ने दो फरवरी को 12 नामजद व सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ गजलीटांड़ ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी. प्रबंधन ने भी आंदोलन से हो रहे नुकसान का हवाला देकर डीसी व एसपी से न्याय की गुहार लगायी थी.
कैसे बिगड़ा मामला : वरीय अधिकारियों के आदेश पर शनिवार की दोपहर लगभग एक बजे दंडाधिकारी सह बाघमारा सीओ राजेंद्र प्रसाद सिंह, कतरास इंस्पेक्टर भगवान दास, कतरास थानेदार आलोक सिंह, रामकनाली थानेदार एस प्रसाद, अंगारपथरा थानेदार जोना योगेंद्र मुर्मू, राजगंज थानेदार राजेंद्र दास, सोनारडीह के सअनि वकील दास आदि ने धरनास्थल पहुंचे और धरना से उठ जाने की बात कही. नहीं मानने पर और जवानों को बुला कर आंदोलनकारियों को जबरन उठाया गया. इसके बाद डंप पर चढ़ कर आंदोलनकारियों ने पुलिस को ललकारा, तो पुलिस उन्हें खदड़ने लगी. इससे खफा ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया. जवाब में पुलिस को भी लाठीचार्ज करनी पड़ी. मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार कर थाना लाया गया. सामान जब्त कर लिये गये.